जी॰डी॰ बिरला मैमोरियल स्कूल ने अभिभावकों से की राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर वार्ता
रानीखेत -चिलियानौला स्थित जी॰डी॰ बिरला मैमोरियल स्कूल में राष्ट्रीय शिक्षा नीति NEP-2020पर अभिभावकों से चर्चा हुई।
आज विद्यालय में PTM रखा गया था। साथ ही विद्यालय ने अभिभावकों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति NEP-2020 के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी ।
विद्यालय वरिष्ठ प्रधानाचार्य मोहम्मद आसिम अली ने विद्यालय सभागार “कलाश्री ” में एक सभा का आयोजन किया जिसमें उन्होंने स्वयं पहल करते हुए अभिभावकों को एक प्रेजेन्टेशन के माध्यम से बङे विस्तार से राष्ट्रीय शिक्षा नीति में आए बदलावों के विषय में सूचना दी।
अभिभावकों ने इस विषय पर पूर्णतः अपनी अनभिज्ञता जाहिर की।
वरिष्ठ प्रधानाचार्य मोहम्मद आसिम अली ने अपनी वार्ता में बताया कि:-
NEP 2020 एक छात्र केन्द्रित शिक्षा नीति है जिसके अंतर्गत
विषय के चुनाव के लिए छात्रों पर कोई बाध्यता नहीं होगी।
विद्यार्थी विज्ञान, वाणिज्य व कला विषयों में बँधे हुए नहीं होंगे बल्कि वे अपनी रूचि अनुसार तीनों से मिश्रित विषयों का चयन भी कर पाएँगें।
ग्रेजुएशन की डिग्री 3 और 4 वर्ष की होगी।
ग्रेजुएशन के प्रत्येक वर्ष की पढाई के उपरांत छात्र को कुछ क्रेडिट (credit) अंक भी आबंटित किए जाएंगे।
छात्र को कॉलेज के पहले वर्ष की पढाई पूरी होने पर सर्टिफिकेट, दूसरे वर्ष पर डिप्लोमा व तीसरे और चौथे वर्ष में डिग्री दी जाएगी।
MPhil की अनिवार्यता को भी ख़त्म कर दिया गया है, MA के छात्र सीधे ही PHD कर पाएंगे।
यदि कोई अपने कोर्स के बीच में से किसी दूसरे कोर्स में शामिल होना चाहता है तो वह सीमित समय के लिए ब्रेक लेकर अपना कोर्स बदल सकता है।
स्कूली बच्चों को खेल-कूद, योग, नृत्य, मार्शल आर्ट, बागवानी, समेत अन्य शारीरिक गतिविधियों से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
3 वर्ष की डिग्री उन छात्रों के लिए होगी, जिन्हें हायर एजुकेशन नहीं लेना है, जबकि हायर एजुकेशन करने वाले छात्रों को 4 साल की डिग्री लेनी होगी।
4 वर्ष की डिग्री लेने वाले स्टूडेंट्स एक वर्ष में MA कर पाएंगे।
उन्होंने ने कहा कि प्रश्न पत्रों में भी अब critical thinking एवमcompetency based, प्रश्नों की अधिकता होगी। अब rote learning प्रथा खत्म हो जाएगी व छात्र अपनी सूझ-बूझ का परिचय बेहतर रूप से दे सकेंगे।
वरिष्ठ प्रधानाचार्य मोहम्मद आसिम अली ने अभिभावकों को विद्यालय में किए गए बदलाव से भी अवगत कराया।
उन्होंने बताया कि विद्यालय में कक्षा ग्यारह के लिए इस वर्ष “हिंदी ” विषय शुरू किया गया है।
जबकि छोटी कक्षाओं के लिए हमारे विद्यालय में अंग्रेजी, हिंदी, संस्कृत व मैंडरिन भाषा भी पढ़ाई जाती है।
नई शिक्षा नीति जहाँ क्रिया-कलापों पर जोर दे रही है वहाँ हमारे विद्यालय में प्रत्येक विषय को “करके सीखो” के माध्यम से ही पढ़ाया जाता है।
विद्यालय पूर्णतः आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित है एवं गत वर्षों से विद्यार्थियों को उसका लाभ भी मिल रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि विद्यालय में प्रत्येक शनिवार की समय सारणी इस प्रकार तैयार की गई है कि विद्यार्थी BAG LESS DAY का आनन्द भी लेते हैं व नई जानकारियाँ व प्रशिक्षण भी प्राप्त करते हैं।
उन्होंने बताया कि जी॰ डी॰ बिरला मैमोरियल स्कूल रानीखेत में वर्ष 1987 से कार्यान्वित है। यह एक आवासीय विद्यालय है जहाँ विद्यार्थी पूर्णकालिक व दिवसीय आवास का लाभ लेते हैं।
इस वर्ष से विद्यालय को बालिकाओं के लिए भी खोला गया है।
उन्होंने अभिभावकों को सूचित किया कि विद्यालय में आगामी सत्र 2024-25 के लिए दाखिले की प्रक्रिया ‘पहले आयें पहले पायें’ के आधार पर शुरू हो चुकी है। अगले सत्र के लिए Admission Form कार्यालय में उपलब्ध हैं और सायं पाँच बजे तक प्राप्त किए जा सकते हैं।
अंत में सभी अभिभावकों ने विद्यालय के वरिष्ठ प्रधानाचार्य का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे इस राष्ट्रीय नीति NEP-2020 से अनभिज्ञ थे। यह वार्ता उनके लिए बहुत ज्ञानवर्धक रही है।