चारधाम यात्रा हुई स्थगित,रात की SOP से सुबह पलटी सरकार

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देहरादून: इसे तीरथ सरकार की फजीहत ही कहा जाएगा कि सोमवार की सुबह चारधाम यात्रा के निर्णय पर उच्च न्यायालय की हड़क के बावजूद देर रात जारी कर्फ्यू गाइड लाइन में चार धाम यात्रा को १जुलाई से ही शुरू करने का निर्णय हुआ और मंगलवार की सुबह होते -होते इस फैसले को पलटते हुए चार धाम यात्रा स्थगित करने का निर्णय लेना पडा़। सोमवार सुबह उच्च न्यायालय ने चारधाम यात्रा शुरू करने को लेकर ढीले- ढाले स्वास्थ्य प्रबंध के लिए सरकार को डांट लगाई और फिर इस पर स्टे आर्डर भी हो गया। इसके बरक्स तीरथ सरकार के अधिकारियों ने नई SOP में एक जुलाई से चारधाम यात्रा की घोषणा कर स्पष्ट संदेश दे दिया कि सरकार पीछे नहीं हटेगी और उच्च न्यायालय के स्टे ऑर्डर को उच्चतम न्यायालय में चुनौती देगी। यह बात शासकीय प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने पत्रकारों से भी कही थी किफैसले के अध्ययन के बाद जरूरत पड़ी तो सरकार उच्चतम न्यायालय का रूख करेगी लेकिन मंगलवार की सुबह होते ही संशोधित SOP जारी कर दी गई,जब सरकार को अपनी कमियों का अहसास था तो न्यायालय से अनावश्यक सींग लडा़ने की जरूरत क्या थी। कुलमिलाकर सरकार ने यात्रा स्थगित कर एक तरह से स्वीकार लिया है कि यात्रा को लेकर उसकी तैयारियां आधी-अधूरी थीं।

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