नगर पालिका में विलय को लेकर आख्या से पूर्व नागरिकों का अभिमत जानने के लिए प्रशासन द्वारा आहूत बैठक में न बुलाए जाने से संघर्ष समिति हुई लाल
रानीखेत– छावनी परिषद से सिविल एरिया को पृथक कर नगर पालिका परिषद में विलय करने की आख्या तैयार करने से पूर्व जिलाधिकारी के निर्देश पर संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत द्वारा नागरिकों का अभिमत जानने के लिए आहूत बैठक में उपर्युक्त मांग को लेकर संघर्षरत समिति के सदस्यों को न बुलाए जाने से रानीखेत विकास संघर्ष समिति ने नाराजगी व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भेजें ज्ञापन में रानीखेत विकास संघर्ष समिति ने कहा है कि प्रशासन द्वारा नगर पालिका में छावनी सिविल एरिया के विलय के संबंध में आख्या पूर्व नागरिकों का अभिमत जानने हेतु आहूत बैठक में रानीखेत विकास संघर्ष समिति को न बुलाए जाने से समिति सदस्यों में नाराजगी है।कहां कि संघर्ष समिति विगत छह महीने से उपर्युक्त मांग को लेकर गांधी पार्क में शांतिपूर्ण आंदोलन कर रही है।
ज्ञापन में कहा गया है संयुक्त मजिस्ट्रेट को पूर्व में समिति ने कहा था कि नगर पालिका में विलय को लेकर कोई भी बैठक होने पर समिति को अवगत कराया जाय परन्तु आज की बैठक में समिति को नजरअंदाज किया जाना बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है जिसका समिति कड़ा विरोध दर्ज करती है। समिति ने आम नागरिकों वाली समिति की भविष्य में अनदेखी पर उग्र आन्दोलन की चेतावनी देते कहा है कि ऐसा होने पर सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।