रामगढ़ में राजकीय उद्यान विभाग की भूमि उद्योग पतियों को देने का विरोध, स्थानीय निवासियों ने किया बेमियादी धरना आरंभ
नैनीताल : रामगढ़ में राजकीय उद्यान विभाग की 4.4 एकड़ भूमि सिडकुल के उद्योगपतियों को देने के विरोध में रामगढ़ उद्यान बचाओ संघर्ष समिति ने रामगढ़ में उद्यान भूमि में ही टेंट लगाकर अनिश्चितकालीन धरना आरंभ कर दिया है।
आज तीसरे दिन धरने पर बैठे किसानों, सामाजिक कार्यकर्ताओं ने विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि सरकार ने पहले जोशीमठ की जमीनें देकर उसे खतरे में डालने का कार्य किया अब फल पट्टी के नाम से मशहूर रामगढ़ राजकीय उद्यान को देने का फरमान जारी कर दिया है।
आज धरना स्थल पर पहुंचे उद्यान लगाओ उद्यान बचाओ यात्रा के संयोजक दीपक करगेती ने कहा कि सरकार को इस भूमि में उद्यान विभाग में आए करोड़ों के मद से फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगानी चाहिए थी, कोल्ड स्टोरेज बनाने चाहिए थे, टिसू कल्चर लैब बनानी चाहिए थी और यदि देनी है तो रामगढ़ के मूल निवासियों को औद्यानिकी करने के लिए प्रदान करनी थी लेकिन उद्योगपतियों के हाथों होटल लगाने के लिए दिया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
जिला पंचायत सदस्य लखन सिंह नेगी ने धरने का समर्थन करते हुए कहा कि यहां कुंतलों टन आलू का उत्पादन होता है सरकार को उसे बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए, पूर्व विधायक दान सिंह भंडारी ने कहा कि दो साल पहले जब आपदा आई तो रामगढ़ के निचले भू भाग में भयानक भू कटान और भू धसाव हुआ,कई लोग भूमि हीन हो गए सरकार को इस बाद की चिंता नहीं लेकिन व्यवसायियों के हाथों महत्वपूर्ण जमीन को देने को तैयार है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
धरना स्थल पर उद्यान बचाओ संघर्ष समिति रामगढ़ से
अभय पांडे व्यापार मंडल अध्यक्ष रामगढ़,आकांक्षा बिष्ट ,नवाब हुसैन,नंदू बिष्ट ग्राम प्रधान म्योडा,पूरन नौगाई,कौशल जोशी, सहित स्थाई निवासी व व्यापारी मौजूद रहे।