रानीखेत में सतीश चंद्र पांडेय की जन सेवा समिति ने फिर एक बार अज्ञात शव की अंत्येष्टि कर जगाया इंसानियत का भाव
रानीखेत -आज के समय में जब संवेदनाएं खत्म होती जा रही हैं। लोग अपने मां-बाप की सेवा तक से विमुख होते जा रहे हैं। ऐसे में कोई नि:स्वार्थ भाव से गैरों की सहायता को आगे आए तो उसे मानवता नहीं, ईश सेवा ही कहेंगे। ऐसे ही है जन सेवा समिति बनाकर लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करते आ रहे सतीश चंद्र पांडेय,जो लावारिस ,गरीब , बेसहारा लोगों के शवों की अन्त्येष्टि कर लोगों में इंसानियत का भाव जगा रहे हैं।
जनसेवा समिति एक बार फिर असंवेदनशील होते समाज को मानवता का पाठ पढ़ाती दिखी। दरअसल तीन रोज पहले भतरौंजखान पुलिस को सौराल से आगे घुघुतीधार बैंड के पास एक अज्ञात शव बरामद हुआ था।जिसे पोस्ट मार्टम के लिए रानीखेत राजकीय चिकित्सालय लाया गया। पोस्ट मार्टम के बाद 72घंटे तक शव को शिनाख्त के लिए रखा गया लेकिन शिनाख्त नहीं हो पाई।जन सेवा समिति की टीम ने अज्ञात शव का यहां मुक्ति धाम में अंतिम संस्कार किया।जन सेवा समिति अध्यक्ष सतीश चंद्र पांडेय ने कहा कि भविष्य में वे मानवीय कार्यों के लिए प्रथम पांक्तेय बने रहेंगे।