केंद्रीय विद्यालय रानीखेत में आयोजित ‘कला उत्सव’ में पारम्परिक गायन में केवि पिथौरागढ़,समूह गायन में हरिद्वार अव्वल,एकल गायन में बागेश्वर का दबदबा रहा
रानीखेत: एक भारत श्रेष्ठ भारत के अंतर्गत केंद्रीय विद्यालय रानीखेत में आज कला उत्सव का शुभारंभ हुआ जिसमें आठ केंद्रीय विद्यालयों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग किया। पारम्परिक लोक गायन में केंद्रीय विद्यालय पिथौरागढ़ और समूह नृत्य में केंद्रीय विद्यालय बीएचईएल हरिद्वार अव्वल रहे।
बता दें कि कला उत्सव में केंद्रीय विद्यालयों की आठ टीमों ने प्रतिभाग किया जिसमें क्रमशः
केंद्रीय विद्यालय पिथौरागढ़, केंद्रीय विद्यालय बीएचईएल हरिद्वार, केंद्रीय विद्यालय धारचूला, केंद्रीय विद्यालय कौसानी ,केंद्रीय विद्यालय मुक्तेश्वर ,केंद्रीय विद्यालय ग्वालदम, केंद्रीय विद्यालय अल्मोड़ा , केंद्रीय विद्यालय बागेश्वर शामिल रहे। इस अवसर पर डॉ माला तिवारी ने मुख्य आतिथ्य ग्रहण किया। डॉ माला तिवारी रानीखेत केंद्रीय विद्यालय में प्रधानाचार्य रह चुकी हैं और देहरादून संभाग में सहायक आयुक्त पद से सेवानिवृत्त हुई हैं।
आज सुबह मुख्य अतिथि डॉ माला तिवारी ने सरस्वती पूजा के बीच दीप प्रज्वलित कर कला उत्सव का शुभारंभ किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि रानीखेत की सुरम्य प्रकृति हमेशा उन्हें आकर्षित करती रही है,यहां से उनका लगाव रहा है। उन्होंने कला उत्सव में प्रतिभाग कर रहे विभिन्न विद्यालयों के प्रति भागी बच्चों को शुभकामनाएं दीं।
प्रधानाचार्य सुनील कुमार जोशी ने कला उत्सव में मुख्य आतिथ्य स्वीकारने के लिए डॉ तिवारी का आभार व्यक्त किया साथ ही रानीखेत के प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन करते हुए प्रतिभागी विद्यालयों का स्वागत किया।
कला उत्सव में अब तक प्राप्त प्रतियोगिता परिणामों में पारम्परिक गायन में केवि पिथौरागढ़ की रश्मि रजवार प्रथम,केवि धारचूला के रक्षित गुंज्याल द्वितीय,केवि धारचूला की आकांक्षा तिवारी तृतीय रहे।समूह नृत्य में केवि बीएच ईएल हरिद्वार प्रथम,केवि अल्मोड़ा द्वितीय स्थान पर रहे। शास्त्रीय संगीत गायन में केवि धारचूला के ध्रुव नागन्याल प्रथम और केवि बीएचईएल के कृपा द्वितीय स्थान पर रहे।एकल अभिनय में केवि बागेश्वर का दबदबा रहा और पहला व दूसरा स्थान उनके हिस्से में आया।