महाविद्यालय रानीखेत में ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ में चौथे दिन हुआ ब्रिटिश निर्मिति रानीखेत पर विशद व्याख्यान
रानीखेतः स्व.जयदत्त वैला स्वतंत्रता संग्राम सैनानी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रानीखेत द्वारा आयोजित आठ दिवसीय”आजादी का अमृत महोत्सव में आज चतुर्थ दिवस कार्यक्रम की प्रातः बेला में छात्र-छात्राओं द्वारा माँ सरस्वती की वंदना एवं महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो० पुष्पेश पांडे एवं अन्य प्राध्यापकों द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया ।
चतुर्थ दिवस के कार्यक्रम में प्रथम वक्ता के रूप में महाविद्यालय के इतिहास विभाग के प्राध्यापक डॉ॰ महिराज महरा द्वारा अपने व्याख्यान में रानीखेत के इतिहास को प्रस्तुत किया गया जिसमें डॉ० महिराज ने बताया कि किस प्रकार अंग्रेज रानीखेत आए और किस प्रकार अंग्रेजों का आधिपत्य रहा । डॉ o महिराज द्वारा ppt के माध्यम से अपने व्याख्यान में छात्र छात्राओं को ब्रिटिश काल में रानीखेत शहर का परिदृश्य जैसे सदर बाजार, चौबटिया, रानीझील, नरसिंह ग्राउण्ड, ब्रिटिश कालीन यातायात , जलापूर्ति माध्यम, रोजगार सम्बन्धी चाय बागान, वास्तुकला , गिरजाघर तथा महत्वपूर्ण भवन एवं इमारतों आदि स्थानों से परिचित कराया ।
द्वितीय वक्ता के रूप में अंग्रेजी विभाग की वक्ता डॉ० हिमानी द्वारा भारतीय इतिहास को उपस्थापित किया गया जिसमें डॉo हिमानी ने रविन्द्रनाथ टैगोर, अरविन्दो, मुल्क राजानन्द, सरोजनी नायडू जो कि स्वतन्त्रता संग्राम सैनानी तथा महान साहित्यकार थे उनकी रचनाओं का जनमान के हृदय पटल पर गुलामी तथा कुरुतियों के विरुद्ध पड़ने वाले प्रभाव को विस्तृत रूप से व्यक्त किया ।
मंच संचालन इतिहास विभाग की विभागाध्यक्षा डॉo दीपा पाण्डे द्वारा तथा कार्यक्रम समन्वय डॉ॰ राहुल चन्द्रा एवं डॉo रोहित जोशी द्वारा किया
कार्यक्रम में डॉo प्रसून जोशी, डॉo भुवन तिवारी, डॉ० प्राची जोशी, डॉo जया नैथानी, डॉo रुपा आर्या, डॉo विजय बिष्ट, डॉo मुकुल कुमार, डॉo किरन लता पाण्डे, डॉo दीपक उप्रेती, डॉo बरखा रौतेला डॉo पंकज प्रियदर्शी, डॉ॰ पारूल भारद्वाज, डॉo कोमल गुप्ता, डॉo तनुजा तिवारी, डॉ. दीपा नन्दा , डॉo सुशील जैन, डॉo पारुल बोरा, डॉo कमला डॉo पूजा बोरा, डॉ. सुमन फुलारा, डॉo छत्रपति आदि उपस्थित रहे ।मीडिया कार्य डॉo निहारिका बिष्ट, डॉ० अंकित मनोड़ी द्वारा सम्पादित किया |