इमाम हुसैन और शहीदान ए करबला की याद में रानीखेत में भी निकला चेहल्लुम का जुलूस
रानीखेत -दर्द भरे नौहों और या हुसैन की सदाओं के साथ गमजदा चेहरों ने नम आंखों से कर्बला के शहीदों को चेहल्लुम के जुलूस में पुरसा दिया। यहां रानीखेत के लालकुर्ती , मालरोड व अन्य इलाकों से मैदान-ए-कर्बला के 72 शहीदों का चालीसवां मनाने के लिए अजादार चेहल्लुम के जुलूस में शिरकत करने पहुंचे थे।
चेहल्लुम का ताजिया यहां खड़ी बाजार चौराहे पर रखा गया। यहीं से चेहल्लुम के जुलूस की शुरुआत हुई। जुलूस में बच्चे भी शामिल रहे। मुस्लिम युवाओं ने अखाड़ा खेलते हुए हैरतअंगेज करतब दिखाए। चेहल्लुम का जुलूस शिव मंदिर मार्ग, गांधी चौक,सदर बाजार होकर इमामबाड़ा पहुंचा।
बता दें कि चेहल्लुम हजरत हुसैन की शहादत का चालीसवां होता है। इसका रिश्ता ‘मरग-ए-यजीद’ (इस्लाम जिंदा होता है हर कर्बला के बाद) से है। हजरत इमाम हुसैन और शहीदान ए करबला की याद में इसे मनाने की परम्परा रानीखेत में भी दशकों से रही है।