पत्रकार बता धमकाने और ब्लैकमेलिंग करने का आरोप
-लघु सिंचाई के सहायक अभियंता ने प्रशासन को सौंपा शिकायती पत्र
-राजकीय कार्यों में बाधा डालने की भी मढ़ी तोहमतरानीखेत - एक व्यक्ति पर स्वयं को मीडियाकर्मी और आरटीआई कार्यकर्ता बता सरकारी काम में लगे ठेकेदार के श्रमिकों को डराने धमकाने तथा ब्लैकमेलिंग करने के आरोप लगे हैं। मामले में लघु सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता ने प्रशासन को शिकायती पत्र सौंप मामले की जांच करने का आग्रह किया है। साथ ही पूरे मामले में उक्त व्यक्ति की भूमिका की भी जांच करने पर जोर दिया गया है।
शिकायती पत्र में लघु सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता मुकुल सती का कहना है कि राजकीय उद्यान चौबटिया में निर्माण कार्यों के लिए लघु सिंचाई विभाग को कार्यदायी संस्था बनाया गया है। नियमानुसार निविदा आमंत्रित कर कार्यादेश ठेकेदार को किए गए थे। ठेकेदार ने उन्हें बताया कि चार अप्रैल को एक व्यक्ति कार्यस्थल पर आया। अपना नाम उसने बलवंत सिंह रावत बताया और अपने को पत्रकार तथा आरटीआई कार्यकर्ता बताते हुए कार्य की गुणवत्ता पर प्रश्नचिन्ह् लगाने लगा। आरोप हैं कि मकड़ौं गांव निवासी बलवंत रावत ने ठेकेदार के श्रमिकों को डराया धमकाया और ब्लैकमेलिंग करने लगा। जिसके चलते श्रमिक परेशान हो गए। सात श्रमिक कार्य छोड़कर चले गए। अन्य श्रमिक भी इस माहौल में कार्य नहीं करना चाह रहे हैं। ठेकेदार ने भी आगे का कार्य करने में असमर्थता जताई है। एई ने कहा कि राजकीय कार्यों की गुणवत्ता जांचने और श्रमिकों को डराने धमकाने का अधिकार कैसे उक्त व्यक्ति का है। उन्होंने बलवंत रावत की इस मामले में क्या भूमिका है। इस मामले की भी गहनता से जांच करने का आग्रह किया है।
-भविष्य में ब्लैकमेलिंग हुई तो होगी कानूनी कार्रवाई
रानीखेत। सहायक अभियंता मुकुल सती ने पूरे प्रकरण की जांच करने का आग्रह करते हुए कहा कि यदि भविष्य में बलवंत रावत द्वारा कार्यस्थल पर जाकर इस तरह की ब्लैकमेलिंग की गई तो उनके द्वारा कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने संयुक्त मजिस्ट्रेट से इस प्रकरण में हस्तक्षेप कर राजकीय कार्यों में होने वाली क्षति से बचाने का भी आग्रह किया है। संयुक्त मजिस्ट्रेट वरुणा अग्रवाल ने बताया कि शिकायती पत्र के आधार पर जांच अमल में लाई जाएगी।
-बलवंत रावत अपने को मीडियाकर्मी बता अक्सर उनके कार्यालय में धमक जाते हैं और कार्मिकों से उपस्थिति पंजिका दिखाने को कहते हैं। और अपना परिचय पत्र तक नहीं दिखाते। वह अक्सर कार्यालय में कार्मिकों को धमकाते हैं। वह ब्लैकमेलिंग की नीयत से यह कार्य कर रहे हैं।
-मुकुल सती, एई, लघु सिंचाई विभाग, उपखंड रानीखेत।
-मेरे ऊपर लगे सभी आरोप बेबुनियाद हैं। मैंने कुछ विकास कार्यों को लेकर विभाग में आरटीआई लगाई थी। इसी से घबराकर मेरे ऊपर निराधार आरोप लगाए जा रहे हैं।
-बलवंत सिंह रावत, मकड़ौं गांव।