पैंशनर्स के आंदोलन का 64 वें दिन में प्रवेश,तहसील परिसर जनगीतों से गूंजा
भिकियासैंण: तहसील मुख्यालय पर उत्तराखंड पैंशनर्स संगठन रामगंगा भिकियासैंण के धरने को आज 64 दिन पूरे हो गए हैं। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज भिकियासैंण विकासखंड के पैंशनर्स ने धरना दिया। धरना स्थल पर आन्दोलनकारियों ने जमकर सरकार विरोधी नारे लगाए और जन गीत गाकर सरकार को चेताया।
बैठक को सम्बोधित करते हुए संगठन के अध्यक्ष तुला सिंह तड़ियाल ने कहा कि, उत्तराखंड में अब सरकार जैसी कोई चीज रह नहीं गई है। सीनियर सिटीजन के इस आंदोलन को आज दो महीने से भी अधिक समय हो गया है परन्तु सरकार की चेतना शून्य हो चुकी है। ऐसा अभूतपूर्व आन्दोलन आज तक देखने को नही मिला है। पैंशनर्स का यह आन्दोलन इतिहास के पन्नों में दर्ज हो चुका है। उन्होंने कहा पैंशनर्स से जबरन वसूली गई धनराशि की प्राधिकरण में बन्दर बांट हो रही है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि, केवल प्रचार प्रसार के नाम पर 2,8477600 रुपए खर्च किए गए ।
उन्होंने सरकार से सवाल किया है कि, प्राधिकरण को प्रचार प्रसार की क्या जरूरत पड़ गई थी ? उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए बताया कि, केवल कुम्भ मेले में ढाई करोड़ रुपए खर्च किए गए उन्होंने आगे कहा की प्राधिकरण पैंशनर्स से वसूली गई धनराशि को ठिकाने लगाने के लिए बनाया है।
उन्होंनेे कहा कल होने वाली कैबिनेट की बैठक में यदि सरकार पैंशन से कटौती बन्द करने का प्रस्ताव नहीं लाती है तो पैंशनर्स संगठन कोई बड़ा कदम उठाने के लिए विवश हो जायेगा । बैठक को देब सिंह घुगत्याल, पूर्व प्रधानाचार्य मोहन सिंह बिष्ट, कमलापति मठपाल, गोविन्द बल्लभ मठपाल, गोपाल दत्त भगत, कृपाल दत्त मठपाल, राम सिंह रावत, प्रवीण सिंह कड़ाकोटी, कैलाश चन्द्र जोशी, भवानी दत्त रिखाड़ी, गंगा सिंह बिष्ट, धनीराम टम्टा, केशव दत्त ध्यानी, आनन्द प्रकाश लखचौरा, किसन सिंह मेहता, मोहन सिंह नेगी, डॉ विश्वम्बर दत्त सती, राम सिंह बिष्ट, देबी दत्त लखचौरा, तुला सिंह तड़ियाल, देब सिंह बंगारी, बालम सिंह बिष्ट, कुन्दन सिंह बिष्ट, गंगा दत्त शर्मा, आदि लोगों ने सम्बोधित किया।