पवित्रता, कुर्बानी और भाईचारे के पैग़ाम के साथ रानीखेत जमा मस्जिद में अदा हुई बकरा ईद की नमाज़

रानीखेत- पवित्रता, कुर्बानी और भाईचारे के पैग़ाम के साथ रानीखेत की ऐतिहासिक जमा मस्जिद में बकरा ईद (ईद-उल-अज़हा) की नमाज़ अदा की गई। सुबह की ठंडी फिज़ा और अल्लाह की याद में डूबी मस्जिद में इमाम लईक अहमद साहब ने नमाज़ पढ़ाई। नमाज़ के बाद ईद की मुबारकबादों से माहौल रौशन हो गया।
बकरा ईद इस्लाम धर्म का एक पाक दिन है, जो हज़रत इब्राहीम (अलैहिस्सलाम) की अल्लाह के हुक्म पर दी गई अज़ीम कुर्बानी की याद दिलाता है। यह दिन हमें सिखाता है कि सच्चा ईमान केवल रस्मों में नहीं, बल्कि त्याग, इंसानियत और अल्लाह की राह में समर्पण में है।
नमाज़ के बाद इमाम साहब ने दुआ कराई। दुआ में देश की तरक्की, अमन-ओ-सुकून, भाईचारे और इंसानियत की सलामती की फरियाद की गई। हर दिल से एक ही सदा उठी—”या अल्लाह! इस मुल्क को हमेशा महफूज़ और एकता से भरपूर रख।”
वहाँ पर मो० अफ़ज़ल, सोनू सिद्दीकी, जुबैद अहमद, शकील अहमद, मो० ईशान, मो० शाहनवाज़, नईम खान, मो० फहीम, मो० अरबाज़, मो० मोईन, मो० मुर्तज़ा, मो० ज़ीशान, मो० उस्मान, समद सिद्दीक, मो० उस्मान, मो० सुलेमान, मो० दानिश, मुन्नवर अली, अमन शेख़, शाकिर खान, मो० आमिल, मो० शादाब सहित मुस्लिम समुदाय शामिल हुआ।



