रानीखेत भी चला खास्योल छावनी की राह, छावनी चुनाव बहिष्कार को लेकर बैठक, प्रदर्शन, नारेबाजी
रानीखेत: तो क्या रानीखेत छावनी क्षेत्र के बाशिंदे भी कांगड़ा जिले की खास्योल छावनी क्षेत्र की राह चल पड़े हैं? आज छावनी परिषद चुनाव बहिष्कार को लेकर हुई बैठक के तेवर देख कर तो यही लगता है। 30अप्रैल को घोषित छावनी परिषद चुनाव बहिष्कार को लेकर आज हुई नागरिकों की बैठक में बहिष्कार को लेकर मुंह जुड़ते दिखाई दिए। बैठक में जो ‘एकता’ बनी वह बाद में जोश और नारों के रुप गांधी चौक में रूपाकार हुई।
ध्यातव्य है हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की खास्योल छावनी परिषद के रहवासियों से सबक सीखते हुए यहां भी नागरिकों ने छावनी परिषद चुनाव के बहिष्कार को लेकर स्थानीय शिवमंदिर धर्मशाला में बैठक आहूत की थी ताकि खास्योल की तरह वह भी नगर पालिका के वर्षों से देख रहे स्वप्न को हकीकत का जामा पहनते देख सकें।बैठक में उम्मीद से अधिक नागरिक, व्यापारी और पू्र्व सभासद पहुंचे। तार्किक बहस मुबाहिसे और भाषणों के बाद तय हुआ कि आसन्न छावनी परिषद चुनाव का संगठित बहिष्कार किया जाएगा और नगर पालिका की एकमेव मांग को लेकर आगे बढ़ा जाएगा। इस हेतु संगठित संघर्ष के लिए व्यापार मंडल की अगुआई में रानीखेत संघर्ष समिति का गठन किया जाएगा और चुनाव बहिष्कार वह नगर पालिका के संघर्ष के लिए भावी रणनीति बनाने वास्ते सोलह मार्च को पुनः बैठक आयोजित की जाएगी। बैठक में चुनाव बहिष्कार को रानीखेत के अस्तित्व की अंतिम लड़ाई बताते हुए कहा गया कि नगर पालिका में सिविल क्षेत्र को समाविष्ट कराने के लिए यह बहिष्कार मील का पत्थर साबित होगा।
बैठक के बाद नागरिकों ने गांधी चौक में छावनी परिषद चुनाव बहिष्कार और नगर पालिका की मांग पर प्रदर्शन व नारेबाजी भी की।
बैठक व प्रदर्शन में पू्र्व छावनी परिषद उपाध्यक्ष मोहन नेगी, व्यापार मंडल अध्यक्ष मनीष चौधरी,गिरीश भगत, पूर्व सभासद उमेश पाठक,संजय पंत, विनोद कुमार,हिमांशु उपाध्याय, हेमन्त मेहरा हर्षवर्धन पंत,संजय रौतेला,संजय बिष्ट,कविता भंडारी, कामरान कुरैशी, जगदीश अग्रवाल, गोविंद सिंह बिष्ट,दीप पांडे,भुवन पपनै,संदीप पाठक,हरीश अग्रवाल,खजान जोशी, नंदकिशोर गर्ग,सीकेएस बिष्ट, भगवंत नेगी,विनीत चौरसिया, कुलदीप कुमार,कमल कुमार,हबीब अहमद,वसीम कुरैशी, सहित अनेक व्यापारी, नागरिक मौजूद रहे।