पैंशनर्स का धरना 49 वें दिन भी जारी,गोल्डन कार्ड की कटौती बंद करने का प्रस्ताव कैबिनेट में नहीं आया तो आंदोलन और तेज करने की चेतावनी
भिकियासैंण: यहां तहसील मुख्यालय पर पैंशनर्स का धरना आज 49 वें दिन में प्रवेश कर गया ।पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज भिकियासैंण विकासखंड के पैशनर्स ने धरने में भाग किया। आज धरने को समर्थन देने के लिए अखिल भारतीय किसान महा सभा के प्रान्तीय अध्यक्ष कामरेड आनन्द नेगी व कामरेड श्याम सिंह बिष्ट भी पहुंचे।
बैठक को सम्बोधित करते हुए कामरेड आनन्द नेगी ने कहा कि, यह सरकार निरंकुश हो गई है जनता पर मनमाने कानून थोप रही है ।यहां पैंशनर्स को बेहतर स्वास्थ्य लाभ के नाम पर ठगा है उधर किसानों को अच्छे कृषि कानून के नाम पर ठगा है ।हमारे घरों में वन्य जीव संरक्षण कानून लागू कर दिया है जिससे गांवों में जंगली जानवरों का आतंक हो गया है।
संगठन के अध्यक्ष तुला सिंह तड़ियाल ने अपने संबोधन में कहा कि, हमारी नजर आज होने जा रही कैबिनेट की बैठक पर है यदि सरकार ने आज भी गोल्डन कार्ड की कटौती बन्द करने का प्रस्ताव पारित नहीं किया तो हमें आंदोलन की नई रणनीति तैयार कर आन्दोलन को पूरे प्रदेश भर में फैलाने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। सीनियर सिटीजन का यह ऐतिहासिक आंदोलन गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने जा रहा है। उन्होंने कहा अभी तक ऐसा आन्दोलन कहीं देखने को नही मिला है। उन्होंने कहा जब तक गोल्डन कार्ड के नाम पर कटौती बन्द नहीं होती और अभी तक वसूली गई धनराशि मय ब्याज वापस नही हो जाती हमारा आन्दोलन चलता रहेगा।
उन्होंने सरकार से सवाल किया कि,नौ महीने से अभी तक गोल्डन कार्ड बने नहीं हैं कटौती किस चीज की हो रही है । शासनादेश में त्रिस्तरीय शिकायत निवारण समिति बनाने की बात लिखी है लेकिन अभी तक ऐसी कोई समिति अस्तित्व में नहीं है। पैंशनर्स व कर्मचारियों के लिए औषधालय व डाईग्नोस्टिक सेन्टर चिन्हित किए जाने थे कहीं भी कोई ऐसे सेन्टर चिन्हित नहीं हुए हैं। प्रचार प्रसार के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। फिजूल खर्ची का आलम यह है कि प्राधिकरण की वर्षगांठ पर ही साठ लाख रुपए से भी अधिक खर्च किए गए हैं। वक्ताओं ने कहा कि हम प्राधिकरण के खर्चों की किसी स्वतंत्र एजेंसी अथवा सीबीआई से जांच कराने की मांग करते हैं। बैठक को पूर्व प्रधानाचार्य गंगा दत्त जोशी, शोबन सिंह मावड़ी, धनीराम टम्टा, गोविन्द राम आर्य लीलाधर जोशी, देबी दत्त लखचौरा, यू डी सत्यबली, गोपाल दत्त सती, प्रहलाद सिंह बसनाल, गंगा दत्त शर्मा, मोहन सिंह नेगी, आनन्द प्रकाश लखचौरा, रमेश चंद्र सिंह बिष्ट, राम सिंह बिष्ट,देब सिंह बंगारी, नन्द राम आर्य, कैलाश चन्द्र जोशी, कुबेर सिंह कड़ाकोटी, खीमानंद जोशी, प्रताप सिंह अधिकारी आदि लोगों ने सम्बोधित किया धरना स्थल पर जमकर सरकार विरोधी नारे लगाए गए। आन्दोलनकारियों ने जन गीतों से वातावरण को गुंजायमान कर दिया। बैठक के अन्त में लखीमपुर खीरी में हुए नर संहार में मारे किसानों को दो मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि दी गई।