केंद्रीय सांस्कृतिक शोध एवं प्रशिक्षण केंद्र नई दिल्ली में उत्तराखंड के शिक्षकों ने किया यहां की संस्कृति का सुंदर प्रस्तुतिकरण
रानीखेत:केंद्रीय सांस्कृतिक शोध एवं प्रशिक्षण केंद्र नई दिल्ली में देश के लगभग 55 अध्यापकों ने प्रतिभाग किया। सभी राज्यों के अध्यापकों ने अपने अपने अपने-अपने राज्यों की संस्कृति (कला, साहित्य, ख़ान पान, पहनावा) देश की विकास में योगदान,शिक्षा में प्रगति तथा अनेक विशेषताओं को PPT के माध्यम द्वारा प्रस्तुत किया। उत्तराखंड से 8 अध्यापकों ने CCRT दिल्ली में प्रतिभाग किया, जिनमें से चार अध्यापक गढ़वाल मंडल तथा चार अध्यापक कुमाऊं मंडल के अल्मोड़ा जिले से थे। रानीखेत से तीन अध्यापकों में डॉ विनीता खाती, श्री अनूप दास,श्री दीपक बिष्ट ने प्रतिभाग किया।
उत्तराखंड के अध्यापकों ने उत्तराखंड की संस्कृति को बहुत बेहतर ढंग से प्रस्तुत किया। उत्तराखंड की समस्त जानकारी विभिन्न पहलुओं को PPT द्वारा बहुत रोचक ढंग से प्रस्तुतीकरण किया। उत्तराखंड के अध्यापकों ने 1857 की क्रांति से पूर्व आजादी के लिए लड़ाई लड़ने वाले कुंजा नरेश विजय सिंह जी पर प्रोजेक्ट निर्माण किया। उत्तराखंड की लोक संस्कृति पर आधारित मंगल गीत, झोड़ा, छपेली, हुड़का बौल का सुंदर प्रदर्शन किया।