राइका कुनेलाखेत में लोक संस्कृति संवर्धन दिवस का रंगारंग समापन, विद्यार्थियों ने पारम्परिक लोक उत्सव-मेलों का किया जीवंत प्रस्तुतिकरण

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रानीखेत – ऐपण सांस्कृतिक क्लब के तत्वावधान में रा०इ o काo कुनेलाखेत में प्रत्येक माह मनाए जा रहे‌ लोक संस्कृति संवर्धन दिवस का आज‌ रंगारंग समापन हुआ।इस अवसर पर समूचा विद्यालय लोकरंग में सराबोर‌ रहा। विभिन्न सदनों ने थीम के मुताबिक लोक उत्सवों का मनमोहक प्रस्तुतिकरण किया। मुख्य अतिथि संस्कृतिकर्मी विमल‌ सती ने लोक संस्कृति के विविध उपादानों पर प्रकाश डालते हुए बच्चों को लोक विधाओं पर उपयोगी टिप्स दिए।

ध्यातव्य है कि राइका कुनेलाखेत में पिछले सात माह से माह के अंतिम दिवस अलग -अलग थीम‌ पर‌ विद्यालय के‌ बच्चों द्वारा लोक संस्कृति संवर्धन दिवस मनाते हुए स्थानीय लोकगीत, पारंपरिक खाद्यान्न , फलों, वेषभूषा ,लोक उपकरण एवं औजार, स्थानीय पारम्परिक औषधियों और कुमाउनी व्यंजनों का प्रदर्शन किया गया इसी क्रम में आज समापन दिवस पर बच्चों ने पारम्परिक उत्सवों की मनमोहक बानगी पेश की।

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कार्यक्रम के आरम्भ में प्रभारी प्रधानाचार्य देवेंद्र सिंह नेगी ने‌ पुष्पगुच्छ भेंट कर और‌ विद्यार्थियों ने स्वागत गीत प्रस्तुत कर मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार एवं संस्कृतिकर्मी विमल सती का स्वागत किया तदुपरांत श्रीदेव, शिवानी गौरा और सोमनाथ सदनों के विद्यार्थियों ने क्रमशः द्वाराहाट स्याल्दे बिखोती, देवीधुरा का बग्वाल मेला , हाट काली गंगोलीहाट और नंदा राजजात की पारम्परिक रस्मों के साथ मनमोहक प्रस्तुति दीं और इनके इतिहास पर प्रकाश डाला।

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इस अवसर पर मुख्य अतिथि संस्कृतिकर्मी विमल सती ने विद्यार्थियों को लोक और संस्कृति के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि जिसकी व्यक्तिगत न होकर सामूहिक पहचान हो वही‌ लोक है और सभ्यता, परंपरा से चली आ रही आचार-विचार, रहन-सहन एवं जीवन पद्धति संस्कार का परिमार्जित रुप संस्कृति है।समग्रता में विशिष्टता का पहचान कराने वाली संस्कृति ही लोक संस्कृति है। उन्होंने विद्यार्थियों की प्रस्तुतियों की प्रशंसा की साथ ही कहा रानीखेत परिक्षेत्र का यह‌ एक ऐसा‌ विद्यालय है जो जिसने लोक संस्कृति के क्षेत्र में स्तुत्य कार्य करके दिखाया है। उन्होंने विद्यार्थियों को लोक विधाओं पर टिप्स‌ भी‌ दिए। कार्यक्रम का संचालन करते हुए ऐपण सांस्कृतिक क्लब के प्रभारी दीप चंद्र पांडे ने मुख्य अतिथि का परिचय कराते हुए लोक‌ संस्कृति संवर्धन दिवस मनाने के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। प्रधानाचार्य देवेंद्र सिंह नेगी ने मुख्य अतिथि का विद्यालय में समय देने और बच्चों का‌ मार्गदर्शन करने के लिए आभार व्यक्त किया।

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इस अवसर पर प्रधानाचार्य देवेंद्र सिंह नेगी,डा प्रेम सागर,महिपाल सिंह, हेमा बोरा,पूजा जोशी,आरती बिष्ट
कमलेश जोशी इत्यादि शिक्षक – शिक्षिकायें उपस्थित थे।