गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों की भारत सरकार ने ली सुध,क्या स्व. राम दत्त नेगी को अब मिल पाएगा स्वतंत्रता सेनानी का सम्मान?
भारत सरकार द्वारा आजादी के आन्दोलन में अंग्रेजी हुकुमत के खिलाफ संघर्ष करने वाले गुमनाम नायकों को सम्मान दिलाने व उनकी सूची बनाने के लिए संस्कृति मंत्रालय को काम करने को कहा है। सरकार के इस फैसले का व्यापक स्वागत हुआ है।
रानीखेत में 1940 के अंग्रेजों के खिलाफ आन्दोलन में रानीखेत के गुमनाम स्वतंत्रता सेनानी रामदत्त नेगी को आज तक न तो स्वतंत्रता सेनानी का दर्जा मिल पाया और न ही सरकार की ओर से सम्मान। 1944 में अंग्रेजों के खिलाफ आन्दोलन में सक्रिय रामदत्त नेगी को अंग्रेजों ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। उन्हें तीन माह का कारावास व रू. 100 दण्ड ना देने पर 3 माह का अतिरिक्त कठोर कारावास दिया गया। उन्हें 01 अगस्त 1944 को रिहा किया गया।
स्व राम दत्त नेगी वर्ष 1929-30 में आबकारी क्षेत्र में शराब की दुकान के विरोध में अपने साथियों के साथ कई दिनों तक धरने पर बैठे व शराब ठेकेदार व अंग्रेज अफसरों द्वारा जबरन दुकान खुलवाने पर वे धरना स्थल पर लेट गये। तब अंग्रेजों के सैनिक उन्हें कुचल कर दुकान में गये। इस आन्दोलन में एक आन्दोलनकारी की आंत तक बाहर आ गई थी।
स्व राम दत्त नेगी के अन्दर आन्दोलन का इतना बड़ा जुनून था कि वे अपने साथियों के साथ द्वाराहाट, दौला, पाली, मासी, भिकियासैंण के ग्रामीण इलाकों में स्वतऩ्त्रता के आन्दोलन के लिए लोगों की सक्रिय भागीदारी का आहवान करते रहे। इसके लिए उन्हें कई बार अंग्रेजों के कोप का शिकार होना पड़ा।
आज आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में जब भारत की आजादी को 75 वर्ष पूरे हो चुके हैं। तब स्व रामदत्त नेगी जैसे सैकड़ों स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को स्वतंत्रता सेनानी का दर्जा तक प्राप्त नहीं हो पाया है। अब सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों व उनके परिवारों की सुध लेने पर आजादी के आन्दोलन में अपना सब कुछ दांव पर लगाने व अंग्रेजों के जुल्मों का कई बार शिकार होने वाले गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों व उनके परिजनों को सम्मान मिलने की उम्मीद जगी है।
भारत सरकार द्वारा लिए गये इस निर्णय से आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों के लिए यह बड़ा तोहफा होगा व अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने वाले भारत माता के सपूतों को सही मायने में सच्ची श्रद्धांजलि होगी। स्व0 रामदत्त नेगी के परिजनों ने जनप्रतिनिधियों व जिला प्रशासन को इस बावत पत्र प्रेषित किये है।