क्षुब्ध नेताओं के दबाव में नहीं आएगी पार्टी,धामी बने रहेंगे,”आपरेशन समाधान”में जुटी
देहरादून-बीजेपी आलाकमान द्वारा नए मुख्यमंत्री के रूप में खटीमा के युवा विधायक पुष्कर सिंह धामी के नाम का ऐलान करने के बाद से बीजेपी के भीतर वरिष्ठ नेताओं की नाराजगी थमने का नाम नहीं ले रही है। सतपाल महाराज और हरक सिंह रावत के बाद अब डीडीहाट के विधायक ,पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बिशन सिंह चुफाल भी आलाकमान के फैसले से क्षुब्ध हैं,बताया तो यहां तक जा रहा है कि उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष को साफ तौर पर बता दिया है कि वह नई कैबिनेट में शामिल नहीं होंगे।
इधर वरिष्ठ नेताओं के तेवरों से सकते में आया पार्टी संगठन “आपरेशन समाधान” में जुट गया है,सूत्र बताते हैं कि इसके लिए पार्टी ने प्रदेश प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष ,दो सांसदों को इस कार्य में लगाया हैं जिसमें एक सांसद अजय भट्ट तो कल रात से ही नाराज नेताओं से संपर्क में हैं ।सूत्रों की मानें तो पार्टी किसी भी दवाब नहीं आएगी ,न ही मुख्यमंत्री के घोषित नाम से पीछे हटेगी,क्योंकि पार्टी संगठन का मानना है कि चार साल में तीन मुख्यमंत्री बनाकर वह पहले ही अपनी फज़ीहत करा चुकी है ऐसे में २४घंटे में मुख्यमंत्री पर फैसला बदलने से उसकी भारी किरकिरी होगी। ऐसे में पार्टी वरिष्ठ नेताओं की नाराजगी दूर करने के लिए फार्मूला तलाशना शुरू कर दिया है।इसके तहत पहले नाराज नेताओं की आला कमान से सीधी बात के जरिए नाराजगी दूर कराने का प्रयास और जल्दी नाराजगी न मिटने पर रविवार को अकेले धामी की शपथ कराना अन्य मंत्रीमंडल सदस्यों को बाद में शपथ दिलाना, दूसरा क्षेत्रीय समीकरण साधते हुए गढ़वाल से उप मुख्यमंत्री देना और तीसरा नाराज नेताओं को केबिनेट में महत्व पूर्ण विभाग देकर उनके समर्थक विधायकों को भी उनकी संस्तुति पर महत्वपूर्ण दायित्व से नवाजना।क्यों कि पार्टी नहीं चाहती कि निकट चुनाव के वक्त किसी भी वरिष्ठ नेता की नाराजगी मोल ली जाए और पार्टी में अनुशासन भंग होने का संदेश जनता तक जाए।पार्टी जानती है कि येन -केन प्रकार से सत्ता में आने के लिए कांग्रेस पुराने साथियों को लपकने का पूरा प्रयास करेगी क्योकि कांग्रेस वर्तमान में नेतृत्व की कमी के संकट जूझ रही है। कुलमिलाकर बीजेपी भीतर के घमासान को शांत करने के लिए कई फार्मूलों पर काम कर रही है ,क्योंकि वक्त कम है ,शपथ रविवार सायंकाल तय है और नाराज नेताओं के इसमें शामिल न होने का गलत संदेश जाएगा ये पार्टी भी जानती है।