12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम के छठा दिन: स्व-रोजगार एवं उद्यमिता को बताया जनकल्याण का एक प्रमुख बिंदु

रानीखेत -स्वर्गीय श्री जयदत्त वैला स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रानीखेत, अल्मोड़ा में उच्च शिक्षा विभाग उत्तराखंड सरकार एवं भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद (गुजरात) के संयुक्त तत्वाधान में “देवभूमि उद्यमिता योजना” अंतर्गत 12 दिवसीय उद्यमिता विकास कार्यक्रम के छठे दिवस पर कार्यक्रम का शुभारंभ प्रभारी प्राचार्य, प्रोफेसर पीएन तिवारी के स्वागत संबोधन से हुआ, जिसमें उन्होंने स्व-रोजगार एवं उद्यमिता को जनकल्याण का एक प्रमुख बिंदु बताया।

उन्होंने बताया कि एक वेतनभोगी केवल अपने परिवार का भरण-पोषण करता है, किंतु एक उद्यमी अन्य लोगों को रोजगार प्रदान कर सम्पूर्ण समाज का भरण-पोषण करता है। आज के मुख्य वक्ता क्रिसील (CRISIL) फाउंडेशन से श्री कैलाश उप्रेती जी एवं एसबीआई (SBI) ताड़ीखेत ब्रांच से श्री अजय जी, एवं दीर्घायु हिमालय ऑर्गेनिक फूड प्रोडक्ट्स से कुसुम पांडे द्वारा विभिन्न केंद्रीय एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित वित्तीय योजनाएं एवं ऋण संबंधी जानकारियां, जो की एक नए उद्यमी को उद्यम विकास के लिए नितांत आवश्यक हैं, को साझा किया एवं वित्तीय मामलों पर छात्र-छात्राओं के साथ चर्चा भी की। इसके साथ ही वक्ताओं द्वारा ई-कॉमर्स, मार्केटिंग चैनल्स आदि विषयों पर भी चर्चा की। कार्यक्रम का संचालन का नोडल अधिकारी डॉ राहुल चन्द्रा द्वारा किया गया। इस दौरान डॉ आस्था अधिकारी, डॉ निष्ठा शर्मा, डॉ रूचि साह, डॉ पारुल बोरा, एवं समस्त छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
