‘एनीथिंग विल डू ‘ ने अपने दसवें प्रोजेक्ट शिक्षण केंद्र का शुभांरभ देहरादून में किया, स्कूली बच्चों को आधुनिक शैक्षिक तकनीक से‌‌ जोड़ना है उद्देश्य

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देहरादून: स्वतंत्रता दिवस की 75 वीं वर्षगांठ के अवसर पर गैर सरकारी संस्था ‘एनीथिंग विल डू ‘ ने अपने दसवें प्रोजेक्ट शिक्षण केंद्र का आरम्भ मऊ वाला देहरादून स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में किया।शिक्षण केंद्र का शुभारम्भ संस्था की सह संस्थापक श्रीमती दीक्षा सती ने किया। इस अवसर पर संस्था के स्वयंसेवक भी उपस्थित रहे।

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कार्यक्रम में बताया गया कि प्रोजेक्ट शिक्षण केंद्र की शुरुआत का उद्देश्य उत्तराखंड के बच्चों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ना है और उन्हें पढ़ाई के अतिरिक्त ज्ञान विज्ञान, देश-विदेश ,करियर काउंसलिंग ,मोटिवेशनल( अभिप्रेरणा) मास्टर क्लासेस प्रदान करना है ।यह शिक्षण केंद्र इंटरनेट के जरिए गैर सरकारी संस्था ‘एनीथिंग विल डू ‘ के 300 स्वयंसेवकों के साथ जुड़ सकेंगे । श्रीमती दीक्षा ने उद्घाटन समारोह के दौरान अभिभावकों और बच्चों को संबोधित करते हुए कहा उनके अनुसार उत्तराखंड में पलायन को रोकने के लिए बच्चों की स्कूल से ही शुरूआती रूप से रचना करनी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि संघ के विद्यालयों के सिद्धांत और पढ़ाई का ढंग विदेशी कान्वेंट पद्धति से कहीं बेहतर है। गौरतलब है श्रीमती दीक्षा भी विवेकानंद विद्या मंदिर रानीखेत से पढ़ चुकी है। उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि पुरातन छात्रों को अपने विद्यालयों की तरफ रूख कर यथायोग्य सहायता करनी चाहिए जिससे विद्यालय पूर्ण रूप से मौजूदा वक्त के साथ कदम ताल कर सकें।

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गैर सरकारी संस्था ‘एनीथिंग विल डू ‘ ने आज ‌अपने दसवें प्रोजेक्ट शिक्षण केंद्र का आरम्भ मऊ वाला देहरादून स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में किया