गैरसैंण में हुए जनता सत्र में विभागाध्यक्षों को मुख्यालय में बैठाने की मांग का प्रस्ताव पास, दून में सत्र कराने पर आया निंदा प्रस्ताव

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  शीतकालनी सत्र सरकार द्वारा गैरसैंण में ना कराए जाने से नाराज जनता ने गैरसैंण में जनता सत्र का आयोजन किया ,राष्ट्रगान के साथ सत्र प्रारंभ हुआ और पक्ष ,विपक्ष के बीच महत्वपूर्ण चर्चा के बाद सरकार द्वारा सत्र देहरादून में कराए जाने के कारण निंदा प्रस्ताव लाया गया ।

साथ ही जनता सत्र के माध्यम से सरकार को विभिन्न प्रस्ताव भेजे गए मुख्य प्रस्तावों में ,राज्य के महत्वपूर्ण जैसे विभाग उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग चौबटिया,जड़ी बूटी विभाग गोपेश्वर,आदि जैसे सभी विभागों के विभागाध्यक्षों को उनके मुख्यालयों में ही बैठाया जाने का प्रस्ताव भेजा गया ताकि राज्यहित में विभागाध्यक्ष कार्ययोजनाओं का सफल और सही संचालन मुख्यालयों से ही कर सकें,और राज्य में औद्यानिकी की भरपूर संभावनाओं के बाद भी बंजर होते राजकीय उद्यानों, किसानों के बंजर खेतों को पुनः आबाद करने हेतु गंभीर निर्णय ले सकें।
शिक्षा व्यवस्था में राजकीय प्राथमिक विद्यालय से इंटरमीडिएट तक में उच्च गुणवत्तापूर्ण सुधार करने के लिए सरकार यह सुनिश्चित करने का प्रस्ताव भेजा कि राजकीय विद्यालयों के सभी शिक्षक, कर्मचारीगण सहित उस जिले के सभी प्रशासनिक अधिकारी अर्थात जिलाधिकारी से लेकर राजस्व अधिकारी व विधानसभाओं से चुने गए सभी जनप्रतिनिधियों के बच्चे इन्हीं राजकीय विद्यालयों में ही दाखिला लें और शिक्षा ग्रहण करें । चकबंदी को अनिवार्य लागू करने, भू कानून लागू करने का प्रस्ताव भेजा
बहन अंकिता भंडारी हत्याकांड के पापियों को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए अंकिता भंडारी हत्याकांड की CBI से जांच कराई जाने की मांग सरकार से करते हुए कहा कि राज्य की अश्मिता पर खतरा बन रहे पापियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा दिलाई जाए ।
पूर्व में घोषित सभी चार जिलों रानीखेत,डीडीहाट,कोटद्वार,यमुनोत्री को सरकार से मूर्त रूप में स्थापित करने का प्रस्ताव भी सरकार को भेजे गए।
सामाजिक कार्यकर्ता दीपक करगेती ने संचालन करते हुए सत्र के अध्यक्ष नारायण सिंह के माध्यम से सरकार से मांग की कि हमारी राजधानी गैरसैंण से शीतकालीन सत्र इसलिए स्थगित हुआ क्योंकि विधानसभा के लिए चुने गए हमारे जनप्रतिनिधियों को ठंड अधिक लगने की संभावना बनी हुई थी इसके दृष्टिगत जनता सत्र के माध्यम से सरकार से यह मांग करते हैं की अगले शीतकालीन सत्र तक सभी विधायकों हेतु 1 जोड़ी गरम कंबल ,१ गरम रजाई, गरम मोजे,गर्म मंकी कैप, गैरसैंण में चलने के लिए रेड कारपेट की अनिवार्य रूप से व्यवस्था की जाए ताकि इन्हें शीतकालीन सत्र में पहुंचने में कोई गुरेज ना हो और किसी भी प्रकार की असुविधा से इन्हें ना गुजरना पड़े । देवभूमि नहीं चाहती कि हमारे चुने गए जनप्रतिनिधि किसी भी प्रकार की ठंड की चपेट में आएं।सत्र में गैरसैंण से नारायण सिंह बिष्ट,कौशल रावत,नारायण सिंह रावत,जसवंत सिंह,विपुल गौड़,दान सिंह नेगी को विपक्ष की भूमिका में तो,दीपक करगेती, इंद्रेश मैखुरी,जगदीश नेगी,अतुल सती,तीरथ सिंह राही,सुरेंद्र सिंह,संजय बुडाकोटी,दीवानी राम,मोहन राम टम्टा,सत्ता पक्ष से उपस्थित रहे।

खुले सत्र को संबोधित करते सोशल एक्टिविस्ट दीपक करगेती