रानीखेत में बाल लेखन कार्यशाला में तीसरे दिन बच्चों द्वारा रचित’रानीखेत दर्पण’का लोकार्पण

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रानीखेत- अल्मोड़ा से प्रकाशित बच्चों की पत्रिका बालप्रहरी तथा रानीखेत किताब कौतिक आयोजन समिति के सयुक्त तत्वावधान में कैंट इंटर कालेज रानीखेत में आयोजित बाल लेखन कार्यशाला के तीसरे दिन कार्यशाला को संबांधित करते हुए छावनी परिषद रानीखेत के सीइओ कुनाल रोहिला ने वैज्ञानिक सोच को जन-जन तक पहुचाने की बात कही। उन्होंने कहा कि बच्चों को क्या क्यों तथा कैसे जैसे सवाल पूछने के लिए तत्पर रहना चाहिए। उन्होंने बच्चों को अभिव्यक्ति का अवसर दिए जाने के लिए इसी प्रकार की गैर शैक्षणिक गतिविधियों के आयोजन पर बल दिया। उन्होंने बच्चों द्वारा तैयार दीवार पत्रिका ‘रानीखेत दर्पण’ का लोकार्पण किया। उन्होंने कार्यशाला में चल रही नुक्कड़ नाटक तथा कहानी सत्र व खेलों को भी देखा।
आज बच्चों ने कहानी विधा की बारीकियों को समझा। सबसे पहले एक बालक तथा एक बालिका ने ‘कछुवा व खरगोश की कहानी ’ सुनाई। बाद में लगभग 25 बच्चों ने कहानी को अपने-अपने अंदाज में प्रस्तुत किया। उसके बाद बालप्रहरी संपादक उदय किरौला ने बच्चों को एक कहानी सुनाई, जो कि कहानी नहीं थी, कहानी को सुनकर बच्चों ने कहा कि इस कहानी में घटना, पात्र, संवाद नहीं है। कहानी मजेदार नहीं है और न ही कहानी से कोई सीख मिलती है। किताब कौतिक आयोजन समिति के अध्यक्ष तथा साहित्यकार विमल सती ने कहानी सत्र को संबांधित करते हुए कहा कि हमें कहानी व कविता आदि दिखने से पहले दूसरे साहित्यकारों व लेखकों की पुस्तकें पढ़नी चाहिए।
बच्चों ने अपनी हस्तलिखित पुस्तक के लिए निबंध, यात्रा का वर्णन, एक दिन की बात है, पहेलियां तथा चुटकुले तैयार किए। आज नव्या मठपाल,प्रियांशी अधिकारी,नेहा गहतोड़ी,प्राची बिष्ट ,खुशी यादव,मणी गोस्वामी,पायल बिष्ट ,देवांश पांडे,हिमानी आर्या,तनूजा बिष्ट , व पल्लवी बिष्ट आदि ने रानीखेत,कंप्यूटर,पुस्तक,मेरा गांव, फूल,भोजन की बरबादी,गर्मी,बादल,पानी की बरबादी,मेरे दादा, बुरांस, आदि विषयों पर कविताएं तैयार की।
आज के कार्यक्रम की शुरूआत ‘मैं तुमको विश्वास दूं’समूह गीत से हुई। आज अध्यक्ष मंडल में तनुजा बिष्ट ,गायत्री आर्या, पायल बिष्ट ,भूमि जोशी ,अमन कुमार व श्रेयश जोशी को शामिल किया गया। नेहा गहतोड़ी, देवांश पांडे बबीता आर्या,मानवी गोस्वामी, अली अरमान आदि. ने विगत दिवस की रिपोर्ट बताई। आज संपन्न स्मृति चित्रण प्रतियोगिता, अंगरेजी लेखन प्रतियोगिता तथा खेल प्रतियोगिता में अव्वल रहे बच्चों को पुरस्कार में बाल साहित्य उपहार में दिया गया।
आज बच्चों को अलग-अलग समूहों में कार्य कराया गया। उदय किरौला ने नुक्कड़ नाटक, डॉ. भुवनचंद्र पांडे ने कविता, हिमानी सुयाल व अर्चना पंत ने समूह गीत ,गायत्री राजैरिया व रश्मि तिवारी ने दीवार पत्रिका आदि समूह में बच्चों को कार्य कराया। आज बच्चों को तोता कहता है, जैसा में कहूं, कितना बड़ा पहाड़, पिज्जा हट आदि खेल कराए गए।
बालप्रहरी संपादक उदय किरौला ने प्रातकालीन सत्र में छावनी इंटर कालेज रानीखेत के बच्चों को ‘टोपीलाल की कहानी’सुनाई। उन्होंने कहानी के माध्यम से बच्चों की विभिन्न् गतिवधियां कराई। इस अवसर पर छावनी इंटर कालेज के प्रधानाचार्य ललित मोहन आर्य,किताब कौतिक आयोजन समिति के संयोजक हेम पंत, छावनी परिषद रानीखेत के पूर्व उपाध्यक्ष संजय पंत, सामाजिक कार्यकर्ता सी.एस.जैन, वीना जैन ,राजेंद्र पंत, डॉ. भुवनचंद्र पांडे आदि उपस्थित थे।