पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा,कांग्रेस का चुनाव प्रचार में मंडुवा,गन्ना और शिल्पकला पर फोकस रहेगा

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देहरादून:कांग्रेस के महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पार्टी ने तय किया है कि उसके चुनाव प्रचार का फोकस मंडुआ, गन्ना और शिल्पकला पर होगा। उन्होंने कहा कि मंडुआ पर्वतीय क्षेत्रों में पैदा होने वाली फसल का प्रतीकचिन्ह है, जबकि गन्ना मैदानी क्षेत्र का और इसी तरह शिल्पकला उत्तराखंड की परंपराओं का प्रतीक है। उन्होंने भाजपा पर लगातार ‘उत्तराखंड और उत्तराखंडियत’ का अपमान करने का भी आरोप भी लगाया।

रावत ने कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका की प्रदेश में रैली आयोजित करने के लिए पार्टी शीघ्र ही अपनी कोर कमेटी की बैठक बुलाएगी जिसमें कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जाएगा। उत्तराखंड में पार्टी की चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष रावत ने प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के साथ मिलकर केदारनाथ से कांग्रेस विधायक मनोज रावत को एक त्रिशूल भी भेंट की और कहा कि यह चारधाम देवस्थानम बोर्ड को भंग कराने के लिए पार्टी के संघर्ष में उनके योगदान का सम्मान है।

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रावत ने कहा कि कांग्रेस की आगामी चुनावों में जीत को देखते हुए अपनी हार के डर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने देवस्थानम बोर्ड को भंग करने का फैसला किया है। चारों धामों के तीर्थ पुरोहितों के लंबे समय से चले आ रहे आंदोलन के आगे झुकते हुए सोमवार को राज्य में पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व वाली सरकार ने दो साल पहले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत द्वारा लाए गए देवस्थानम बोर्ड अधिनियम को वापस ले लिया।

रावत ने भाजपा पर लगातार ‘उत्तराखंड और उत्तराखंडियत’ का अपमान करने का भी आरोप लगाया और कहा कि इसी कड़ी में अब उसने ‘ठंड के डर’ से गैरसैंण में होने वाले विधानसभा सत्र का स्थान देहरादून कर दिया है। देहरादून में नौ और 10 दिसंबर को दो दिवसीय विधानसभा सत्र होगा। उन्होंने कहा, ”हमारे ज्यादातार लोग भीषण ठंड वाले इलाकों में रहते हैं और यह उनका अपमान है। विधानसभा सत्र को गैरसैंण की जगह देहरादून में करना उत्तराखंड के लोगों का अपमान है।”

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कांग्रेस नेता ने कहा कि पार्टी ने तय किया है कि उसके चुनाव प्रचार का फोकस मंडुआ, गन्ना और शिल्पकला पर होगा। उन्होंने कहा कि मंडुआ पर्वतीय क्षेत्रों में पैदा होने वाली फसल का प्रतीकचिन्ह है, जबकि गन्ना मैदानी क्षेत्र का और इसी तरह शिल्पकला उत्तराखंड की परंपराओं का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि इन तीनों चीजों को मुद्दा बनाते हुए पार्टी ने अपना प्रचार अभियान शुरू कर दिया है और इस महीने इसे और तेज कर दिया जाएगा।

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कांग्रेस नेता ने कहा कि ‘उत्तराखंडियत’ का अपमान करने वालों के बारे में पार्टी लोगों को बताएगी कि किस तरह से उन्होंने कांग्रेस के कार्यकाल में मंडुआ पर मिलने वाला बोनस बंद कर दिया। उन्होंने कहा, ”हम लोगों को यह भी बताएंगे कि वे कौन लोग है जिन्होंने ‘मेरा गांव मेरी सड़क’ जैसी योजनाओं को खत्म कर दिया।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग चुनाव प्रचार के दौरान उत्तराखंड की कंडालीघाट की टोपी पहनेंगे जो ‘उत्तराखंडियत’ की पहचान है। उन्होंने संवाददाताओं के सामने ऐसी ही एक टोपी गोदियाल को भी पहनाई।