बियरशिवा स्कूल में रंगारंग कार्यक्रम के साथ मनाया गया हिंदी दिवस, हिंदी को सुगम , सहजग्राह्य रूप में अपनाने का आह्वान

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रानीखेतबियरशिवा स्कूल चिलियानौला में आज हिंदी दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर‌ छात्र -छात्राओं ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए। मुख्य अतिथि साहित्यकर्मी विमल सती ने कहा कि हिंदी हमारी मातृभाषा ही नहीं अपितु राष्ट्र के गौरव‌ और अस्मिता की प्रतीक है।आज पूर्ण रुप से इसे अपनाकर इसके उन्नयन के‌ लिए कार्य करने की आवश्यकता है।
उन्होंने हिंदी दिवस मनाने के उद्देश्य, विश्व में हिंदी के विस्तार और भाषा को सुगम ,सरल और सहजग्राह्य रूप में अपनाए जाने की जरूरत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हिंदी ने अन्य भाषाओं को स्वयं में समाविष्ट कर पहले ही सारल्य बनाया हुआ है।श्री सती ने कहा हिंदी हमारी परिवेश की भाषा है। घर के परिवेश में बच्चे जन्म से हिंदी सीखते -बोलते है इसलिए इस भाषा में पढ़ना लिखना भी अन्य भाषाओं की अपेक्षा उनके लिए सरल होता है। उन्होंने हिन्दी की वाचिक और वार्तनिक अशुद्धियों की ओर भी ध्यान इंगित कराया और‌ आह्वान किया कि हिंदी को किसी वार्षिक पर्व की तरह न अपनाकर‌ इसे रोजमर्रा जीवन में अपनाकर हर दिन हिंदी दिवस बना दिया जाए। उन्होंने बच्चों द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रमों की प्रशंसा की।

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इससे पू्र्व , मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार व साहित्यकर्मी विमल सती का प्रधानाचार्या श्रीमती संगीता अधिकारी ने पुष्प‌गुच्छ देकर स्वागत किया। विद्यालय के बच्चों ने हिंदी दिवस पर अपने विचार रखे। साथ ही फैंसी ड्रेस प्र और श्रीकृष्ण -राधा नृत्य नाटिका सहित मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। प्रधानाचार्या श्रीमती संगीता अधिकारी ने अपने संबोधन में मुख्य अतिथि , मौजूद अभिभावकों और विद्यालय के शिक्षक -शिक्षिकाओं और विद्यार्थियों को हिंदी दिवस की बधाई दी। विद्यालय की निदेशक श्रीमती प्रीति पांडेय,‌प्रबंधक तिलकराज तलवार, निरुपेन्द्र तलवार ने भी विद्यार्थियों और विद्यालय परिवार को हिंदी दिवस की बधाई दी है।

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