रानीखेत में आज पौष के पहले रविवार से हुआ बैठकी होली का आरंभ,बही भक्ति रस की बयार
रानीखेत: कुमाऊनी धर्म संस्कृति की धरोहर पौष के प्रथम रविवार से परंपरागत भक्ति संगीत और भक्ति रस से परिपूर्ण होली के गायन का शुभारंभ आज रानीखेत नगरी में वरिष्ठ संस्कृति कर्मी कैलाश पांडेय के घर पर हुआ। जिसमें गायन कुमाऊं के प्रमुख होली गायक संदीप सिंह गोरखा ने अपनी गायकी से शमा बांधा।
ध्यातव्य है कि कुमाऊं क्षेत्र में होली खेलने और गाने की विशिष्ट परंपरा रही है। होली दो तरह से गायी जाती है- बैठकी होली और खड़ी होली। बैठकी होली रात-रात भर चलती हैं। पौष मास के प्रथम रविवार से बैठकी होली का गायन शुरू हो जाता है। वसंत पंचमी से होली की बैठकों में तेजी आने लगती है। इसके बाद महाशिवरात्रि से तो घर-घर में बैठकी होली का आयोजन शुरू हो जाता है।
आज की बैठकी होली में तबला वादक हर्षवर्धन पंत और सौरभ तिवारी, भुवन चंद्र पपनै, मनोज जोशी, चक्रधर पांडेय, दीप पांडेय, गणेश जोशी, राजेन्द्र जोशी, प्रमोद कांडपाल पीरू, सोनू सिद्दीकी, मोहिल साह, धैर्य जोशी, जय पांडे, शौर्य पांडे आदि लोग उपस्थित रहे।