पटवारी परीक्षा पेपर लीक मामले को लेकर रानीखेत में कांग्रेस ने किया विरोध प्रदर्शन, प्रदेश सरकार का पुतला दहन
रानीखेत: उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की आठ जनवरी को हुई पटवारी-लेखपाल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने की खबर सामने आते ही कांग्रेस का गुस्सा सड़कों पर फूट पड़ा है। यहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गांधी चौक में विरोध प्रदर्शन किया, प्रदेश सरकार को पेपर लीक सरकार बताते हुए जमकर नारेबाजी की और प्रदेश सरकार का पुतला दहन किया।
यहां अपराह्न समय गांधी चौक में ज़िला/ब्लॉक/नगर कांग्रेस कमेटी के आह्वान पर एकत्रित कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के विरूद्ध नारेबाजी करते हुए सरकार का पुतला दहन किया।इस दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि जिसतरह भाजपा सरकार के कार्यकाल में आए दिन पेपरलीक हो रहे भाजपा सरकार पेपर लीक सरकार बन कर रह गई है। प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक होने से इन परीक्षाओं के लिए लम्बे समय से कडी़ मेहनत कर रहे बेरोजगार युवाओं में गहन निराशा है।ये सरकार बेरोजगार युवाओं को अवसाद की ओर धकेल रही है। वक्ताओं ने कहा कि पेपर लीक कांड में लिप्त सफेदपोशों को भी बेनकाब किया जाना जरूरी है ,उनकी मिलीभगत के बिना पेपर लीक होना असम्भव है।
विरोध प्रदर्शन में ज़िला अध्यक्ष महेश आर्या, ब्लॉक प्रमुख हीरा सिंह रावत, नगर अध्यक्ष उमेश भट्ट, बलॉक अध्यक्ष गोपाल सिंह देव, ज़िला पंचायत प्रतिनिधि – हेंमत रौतेला, बसंत नेगी, रमेश मसीह, हेमंत कुमार, प्रमोद पाल, दीप उपाध्याय, कुलदीप कुमार, मनोज कुमार, त्रिलोक आर्या, जीतन जुयाल, कैलाश राम, कौशलेंद्र नेगी, हिमांशु नैनवाल, पंकज गुरुरानी, सोनू सिद्दीकी आदि लोग उपस्थित रहे।
बता दें कि उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की आठ जनवरी को हुई पटवारी-लेखपाल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो गया था। पेपर आयोग के ही अति गोपन विभाग के अनुभाग अधिकारी संजीव चतुर्वेदी ने पत्नी के साथ मिलकर लीक कराया। एसटीएफ ने अनुभाग अधिकारी, पत्नी समेत पांच को गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से परीक्षा सामग्री और 41.50 लाख रुपये बरामद हुए हैं। आयोग ने आरोपी अनुभाग अधिकारी को निलंबित करते हुए पटवारी भर्ती परीक्षा रद्द कर दी है। अब यह परीक्षा 12 फरवरी को दोबारा होगी।