बच्चे भूलते जा रहे हैं अपनी संस्कृति: गिरीश शर्मा

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आज श्रीकृष्णा विद्यापीठ जूनियर हाईस्कूल पाण्डे खोला में आयोजित “वैश्विक महामारी में अपने पाल्यों के सर्वांगीण विकास हेतु अभिभावकों की जागरूकता” विषय पर सम्पन्न हुई एक दिवसीय कार्यशाला में श्रीकृष्णा विद्यापीठ समिति के अध्यक्ष गिरीश शर्मा ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज बच्चे वर्तमान समय की भौतिक वादी सभ्यता में लिप्त रहकर अपनी मूल संस्कृति को भूलते जा रहे हैं ऐसे में अपनी संस्कृति के संरक्षण के लिए अभिभावकों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो जाती है।

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कार्यशाला का प्रारम्भ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। अभिभावकों का स्वागत छात्राओं द्वारा सुमधुर स्वागत गीत द्वारा किया गया। कार्यशाला के विभिन्न सत्रों में विषय-वस्तु पर चर्चा के साथ के साथ अभिभावकों के सुझाव आमंत्रित कर उसपर चर्चा की गई। प्रश्नोत्तर सत्र में विद्यालय प्रबंधन एवं अभिभावकों द्वारा कोरोना काल में बच्चों के पठन-पाठन मैं आई समस्याओं का उल्लेख करते हुए आने वाले सम्भावित कठिन समय में जागरूक रहने के लिए कई बिन्दुओं पर चर्चा की गई ताकि किसी भी परिस्थिति में बच्चों के पठन-पाठन पर बुरा असर ना पड़े। विद्यालय के छात्रों द्वारा प्रस्तुत की गई एक लघु नाटिका द्वारा लौक-डाउन के दौरान अभिभावकों पर आये आर्थिक संकट के समय में भी विद्यालय एवं अभिभावकों के बीच कुशल प्रबंधन के द्वारा बच्चों के पठन-पाठन को सुचारू रूप से सम्पादित करने का मनमोहक मंचन किया गया जिसकी खूब सराहना की गई। विद्यालय के प्रबंधक प्रदीप गुरूरानी द्वारा अभिभावकों का स्वागत कर कार्यशाला के महत्त्व पर प्रकाश डाला गया। प्रधानाध्यापिका डिम्पल पाण्डे द्वारा सभी आगन्तुकों का आभार व्यक्त किया गया। कार्यशाला का संचालन दीपा खनी एवं नीमा सुयाल द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। ममता गुरूरानी, दीक्षा तिवारी, दिव्या जोशी, सविता मर्तोलिया, सावित्री पाण्डे, दीपिका तिवारी, हेमा गुरूरानी एवं देवकी आर्या का प्रयास सराहनीय रहा।
कार्यशाला मैं कोविड-19 गाइडलाइंस का पूर्णतः पालन किया गया।

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