कांग्रेस नेताओं ने भाजपा महिला मोर्चा पर साधा निशाना,कहा-महिला मान-सम्मान की बात करने वाली अंकिता और पिंकी हत्याकांड में कहां थीं?
रानीखेत: प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य कैलाश पांडे , जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष महेश आर्य, नगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष उमेश भट्ट और ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष गोपाल सिंह देव द्वारा एक संयुक्त बयान जारी कर प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा पर निशाना साधते हुए कहा है कि गैरसैंण में विधानसभा अध्यक्ष मामले को महिला मान सम्मान का मुद्दा बनाकर प्रदर्शन करने वाली भाजपा महिला मोर्चा अंकिता और पिंकी हत्याकांड में आखिर मौन क्यों साधे रही? आखिर भाजपा महिला कार्यकर्ताओं का जमीर इतनी देर से ही क्यों जागा ?
बता दें कि आज विधानसभा भराड़ीसैंण में हुए प्रकरण को लेकर कांग्रेस के विधायकों के आचरण के विरोध में भाजपा महिला मोर्चा द्वारा प्रदेशभर में प्रदर्शन किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि यह प्रदर्शन विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूरी के मान सम्मान को ठेस लगने के विरोध में हैं।
इस पर उत्तराखंड कांग्रेस ने भाजपा महिला मोर्चा के दोगले चरित्र पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस ने संयुक्त बयान जारी कर भाजपा महिला मोर्चा की सदस्यों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि शायद भाजपा महिला मोर्चा के लिए सिर्फ ऋतु खण्डूरी ही महिला हैं, और उनका मान सम्मान प्रदेश की बाकी महिलाओं से कहीं ज्यादा है। यदि ऐसा न होता तो भाजपा महिला मोर्चा अंकिता भण्डारी हत्याकाण्ड से लेकर पिंकी हत्याकाण्ड तक सड़कों पर जरूर दिखाई पडती। कांग्रेस ने भाजपा महिला मोर्चा के सदस्यों को याद दिलाया कि महिला अपराध के मामले में उत्तराखण्ड अग्रणी राज्य बनता जा रहा है। प्रदेश की महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर एनसीआरबी की रिपोर्ट के आंकड़ों के अनुसार, उत्तराखंड में 2020 में बलात्कार के 487 मामले दर्ज किए गए, जो नौ हिमालयी राज्यों में सबसे अधिक थे।
इसी तरह, 2020 में यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम के तहत दर्ज मामलों की कुल संख्या में, उत्तराखंड एक बार फिर सभी हिमालयी राज्यों में 573 मामलों के आंकड़े के साथ शीर्ष पर है।
भाजपा महिला मोर्चा बताए कि क्या उन्हें प्रदेश की बाकी मातृशक्ति की अस्मिता और मान सम्मान के लिए लड़ाई नही लड़नी चाहिए थी? क्या भाजपा महिला मोर्चा की नजर में सिर्फ ऋतु खण्डूरी ही सम्मानित महिला हैं? प्रदेश की बाकी महिलाओं का कोई वजूद नहीं। क्या भाजपा महिला मोर्चा जो कि सत्तारूढ दल से सम्बन्धित रखती हैं, उन्हें प्रदेश की हर महिला का संरक्षण करने के लिए सामने नही आना चाहिए था? अंकिता और पिंकी जैसे हत्याकाण्डों में भाजपा महिला मोर्चा के सदस्यों ने अपना जमीर कहां गिरवी रखा था?