उद्यान बचाओ यात्रा पहुंची ग्रीष्म कालीन राजधानी, काश्तकारों ने नारेबाजी कर तोडा़ यहां पसरा सियासी झूठ का सन्नाटा

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गैरसैण: ‘भ्रष्टाचार मिटाओ उद्यान बचाओ , नियमित निदेशक निदेशालय चौबटिया में बैठाओ यात्रा’ सामाजिक कार्यकर्ता दीपक करगेती के नेतृत्व में उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण(भराड़ीसैंण) पहुंची,जहां इस यात्रा में शामिल काश्तकारों को पुलिस ने मुख्य द्वार पर ही रोक लिया ऐसे में काश्तकारों ने यहां जमकर नारेबाजी की।
काश्तकारों ने जब ज्ञापन देने की बात कही तो ड्यूटी पर तैनात पुलिस बल ने उन्हें यह कहकर रोक लिया कि यहां कोई नहीं रहता और इस बार यहां होने वाला सत्र भी स्थगित कर देहरादून में हो रहा है,काश्तकारों ने मुख्य द्वार पर ही उद्यान बचाओ भ्रष्टाचार मिटाओ, नियमित निदेशक निदेशालय में लाओ के नारे लगाने शुरू कर दिए।
सामाजिक कार्यकर्ता दीपक करगेती ने कहा कि हम काश्तकारों की पीड़ा को लेकर गैरसैंण इसलिए आए थे क्योंकि सरकार द्वारा इसे हमारी ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया है ऐसे में हमें उम्मीद थी कि कम से कम 6 महीने ग्रीष्मकाल में यहां प्रत्येक विभाग के अपर कर्मचारी,सचिव,निदेशक और सरकार के नुमाइंदे बैठते होंगे लेकिन यहां आकर पता चला कि अरबों रुपयों से बनी हमारी विधान सभा में कोई है ही नहीं ,राजधानी केवल सफेद हाथी बनी हुई है ।
काश्तकारों ने राजधानी में अपनी यात्रा को पूर्ण किया और भविष्य में उद्यान के साथ -साथ राजधानी के लिए भी संघर्ष करने की बात कही ।दीपक करगेती के नेतृत्व में यहां भुवन सुयाल,बलवंत, राजेन्द्र जोशी,दीपक कांडपाल,कैलाश ,राजेंद्र,विनोद,महेश आर्या,रमेश आदि लोग उपस्थित रहे।

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