देवभूमि के युवकों में सेना भर्ती न होने से है निराशा- दीपक करगेती

ख़बर शेयर करें -

सामजिक कार्यकर्ता और पूर्व में रानीखेत विधानसभा से चुनाव लड़ चुके दीपक करगेती ने सिटी मैजिस्ट्रेट रानीखेत के माध्यम से रक्षा मंत्रालय को ज्ञापन प्रेषित कर लंबित सेना भर्ती करवाने की मांग उठाई है।दीपक करगेती ने अपने ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया है कि विगत 2 वर्षों से देश में कोरोना वैश्विक महामारी के कारण सेना में भर्तियां बन्द है।
वर्तमान में भारतीय सेना में जवानों के रिक्त पदों की संख्या भी लगभग 1 लाख हो चुकी है।
भारत सरकार ने कोरोना महामारी से आपदा प्रबंधन अधिनियम के प्रावधानों को भी हटा दिया है। लेकिन विगत 15 फरवरी 2021 से हुई सेना भर्ती में परीक्षा हेतु चयनित अभ्यर्थियों की एक वर्ष से लम्बित परीक्षा अभी
तक ना कराए जाने से अभ्यर्थियों के भविष्य पर संकट संकट खड़ा हो गया है । उत्तराखंड राज्य सबसे अधिक जवान देश को देता है किंतु विगत दो वर्षों में सेना में जाने का सपना रखने वाले युवाओं के समक्ष में दुविधा उत्पन्न हो गयी है।अभ्यर्थियों के समक्ष उम्र सीमा का संकट भी खड़ा होता जा रहा है व विगत भर्ती परीक्षा लंबित होने के कारण आगामी भर्तीयों पर भी संशय कायम हैं।
दीपक करगेती ने युवाओ के भविष्य को ध्यान में रखते हुए लंबित लिखित परीक्षा करवाने का अनुरोध किया है ।
और मीडिया से वार्ता करते हुए दीपक करगेती ने कहा कि
चुनावी भीड़ में कोरोना का ना दिखना और युवाओं के भविष्य के प्रश्न पर कोरोना का हावी होना युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ है। ज्ञापन की एक प्रतिलिपि केन्द्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट को भी दीपक करगेती द्वारा प्रेषित की गई है।