बिजनेस उत्तरायणी द्वारा आयोजित उत्तराखंड की उद्यमी महिलाओं का तीसरा संस्करण संपन्न

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सी एम पपनैं

नई दिल्ली। उत्तराखंड के उद्यम विकास से जुड़ी प्रतिष्ठित प्रमुख संस्था ‘बिजनेस उत्तरायणी’ द्वारा उत्तराखंड की उद्यमी महिलाओं के तीसरे संस्करण का प्रभावशाली आयोजन 7 जून की सायं कंस्टीट्यूशन क्लब नई दिल्ली में मुख्य अतिथि उपाध्यक्ष संस्कृति, साहित्य एवं कला परिषद उत्तराखंड सरकार मधु भट्ट की अध्यक्षता में आयोजित की गई। आयोजित आयोजन में उत्तराखंड सरकार प्रवासी परिषद उपाध्यक्ष पूरन चंद्र नैलवाल, डिप्टी स्पीकर दिल्ली विधान सभा मोहन सिंह बिष्ट, पूर्व शिक्षा मंत्री हरियाणा सरकार सीमा त्रिखा, मुख्यमंत्री उत्तराखंड मीडिया कॉर्डिनेटर मदन मोहन सती तथा कांग्रेस नेता हरिपाल रावत विशिष्ट अतिथि के तौर पर मंचसीन रहे।

आयोजित आयोजन का विधिवत श्रीगणेश मुख्य व विशिष्ट अतिथियों के साथ-साथ सुप्रसिद्ध लोकगायिका कल्पना चौहान के कर कमलों दीप प्रज्वलित कर किया गया। आयोजक संस्था बिजनेस उत्तरायणी से जुड़े प्रबुद्ध जनों द्वारा सभी मंचासीनो को पुष्पगुच्छ, अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। आयोजन के इस अवसर पर ‘हिमालयन हाइट्स’ की पांचवी स्मारिका का विमोचन मंचासीन अतिथियों के कर कमलों किया गया।

बिजनेस उत्तरायणी संस्थापक नीरज बवाड़ी द्वारा सभी मंचासीनो व सभागार में उपस्थित विभिन्न उद्यमों व व्यवसायों से जुड़ी प्रबुद्ध महिलाओं व उपस्थित पत्रकारों का स्वागत अभिनंदन कर वर्ष 2007-2008 में गठित संस्था के द्वारा उत्तराखंड के हिमालयी उद्यम विकास के संवर्धन के क्षेत्र में अंचल के पर्वतीय क्षेत्र से पलायन रोकने के लिए किए जा रहे एक अलग प्रकार की मुहिम, जिसमें राष्ट्रीय सहभागिता का सामूहिक प्रयास मुख्य लक्ष्य है। साथ ही व्यवसायिक सरोकारों के विकास हेतु मिलकर काम करने की सोच है। सोसाइटी से जुडे प्रबुद्ध सदस्यों तथा उत्तराखंड की प्रवासी संस्थाओं के सहयोग से उक्त क्षेत्र में विगत वर्ष 2024 तक के क्रियाकलापो, मिली सफलता के बाबत तथा उत्तराखंड की उद्यमी महिलाओं के तीसरे संस्करण के आयोजन और उसके मुख्य उद्देश्यों के साथ-साथ गठित संस्था की भविष्य की योजनाओ के बाबत स-विस्तार अवगत कराया गया।

खचाखच भरे डिप्टी स्पीकर हाल में उपस्थित उद्यमिता से जुड़ी उत्तराखंड की प्रबुद्ध महिलाओं जो हल्द्वानी, देहरादून, पिथौरागढ़, फरीदाबाद, गाजियाबाद, नोएडा तथा दिल्ली महानगर के विभिन्न स्थानों से आयोजन में उपस्थित थी उक्त उद्यमी महिलाओं द्वारा स्वयं का परिचय जुडे व्यवसाय के साथ दिया गया साथ ही उक्त महिलाओं द्वारा उत्तराखंड में उद्यमिता के संवर्धन से जुड़े अपने अनुभवो, मिल रही सफलता व चुनोतियों के बावत अवगत कराया गया।

बिजनेस उत्तरायणी द्वारा आयोजित उद्यमी महिलाओं के तीसरे संस्करण को सम्बोधित करने वाले प्रमुख वक्ताओं में पौड़ी से आए दिव्यांग कांता प्रसाद, पिथौरागढ़ की कविता बिष्ट, डॉ. बीनू भदौरिया तथा रानीखेत (बिल्लेख) के सुप्रसिद्ध बागवान गोपाल उप्रेती द्वारा उद्यम विकास से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर सारगर्भित प्रकाश डाला गया।

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वक्ताओं द्वारा कहा गया, उत्तराखंड का पर्वतीय अंचल नारी शक्ति के बगैर नहीं चल सकता। कहा गया, अंचल के कुछ जागरूक उद्यमियों ने अगर कोई उद्यम बड़ी निष्ठा व लगन से शुरू किया और वह कामयाब हुआ तो अंचल के अन्य लोगों ने भी वह राह पकड़ी जिसका उदाहरण बिल्लेख का सेव बगान रहा है, जिस बगान की सफलता के बाद आज उत्तराखंड के पर्वतीय अंचल में चार-पांच हजार नए बाग बगीचे लग गए हैं। अवगत कराया गया, अकेले ताड़ीखेत ब्लॉक में दस बड़े बगीचे लग चुके हैं। उद्यमी उक्त बगीचों से लाभ अर्जित करने लगे हैं, राज्य की आर्थिकी को बढ़ाने में मददगार साबित हो रहे हैं। अवगत कराया गया, हिमाचल के पर्वतीय अंचल से कभी पलायन नहीं हुआ क्योंकि वहां के लोग कृषि आधारित बाग-बगीचों से जुड़े हुए हैं उक्त राज्य में पलायन हुआ है तो तराई के इलाकों से हुआ है, उत्तराखंड के लोगों को जागरूक होकर उत्तराखंड के पर्वतीय भू-भाग में कृषि व बाग-बगीचे आधारित कार्य कर लोगों को रोजगार देना चाहिए, अपनी आर्थिकी को मजबूत करना चाहिए।

वक्ताओं द्वारा गऊ पालन महत्व के बाबत अवगत कराया गया और कहा गया, वर्तमान में लोग कुत्ते पाल कर उनको घर अंदर स्थान दे रहे हैं उनकी सेवा कर रहे हैं। गाय जो समृद्धि की प्रतीक रही है, जैविक कृषि उद्योग की अपार समृद्धि से जुड़ी हुई रही है उसे सड़कों पर आवारा छोड़ दिया गया है। उसके चारे में यूरिया मिला कर उसे बांझ बनाया जा रहा है। गाय के दूध में यूरिया की मात्रा बढ़ने से बच्चों और महिलाओं को भी बांझपन का शिकार होना पड़ रहा है।

मंचासीन, डिप्टी स्पीकर दिल्ली विधान सभा मोहन सिंह बिष्ट, मुख्यमंत्री उत्तराखंड मीडिया कॉर्डिनेटर मदन मोहन सती, उत्तराखंड सरकार प्रवासी परिषद उपाध्यक्ष पूरन चंद्र नैलवाल, पूर्व शिक्षा मंत्री हरियाणा सरकार सीमा त्रिखा तथा कांग्रेस नेता हरिपाल रावत द्वारा उत्तराखंड की उद्यमी महिलाओं को संबोधित करते हुए उत्तराखंड के उद्यम विकास पर प्रभावशाली व ज्ञानवर्धक विचार व्यक्त किए गए।

वक्ताओं द्वारा व्यक्त किया गया, ‘बिजनेस उत्तरायणी’ द्वारा उत्तराखंड के उद्यमियों व व्यवसायियों को इकठ्ठा कर, सबको एक साथ एक मंच पर लाकर उक्त चुनौतियों पर मंथन करने का जरिया बन महत्वपूर्ण उद्देश्य की पूर्ति करने का कार्य किया गया है जो सराहनीय पहल है। वक्ताओं द्वारा उद्यम विकास हेतु उक्त संस्था द्वारा किए जा रहे कार्यो व उत्तराखंड के जनमानस व राज्य की आर्थिक उन्नति के लिए प्रबुद्ध महिला उद्यमियों द्वारा किए जा रहे प्रयासों, मिल रही सफलता व उद्यम विकास के क्षेत्र में अन्य जनसरोकारों से जुडी प्रभावी योजनाओ पर मुखर होकर विचार व्यक्त किए गए। कहा गया, मनुष्य को मनुष्य बनाने में महिलाओं का बड़ा योगदान रहा है। पहाड़ की महिलाए सदा कामकाजी रही हैं। मां ही बच्चों का निर्माण करती है, वे पहली उद्यमी है।

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मंचासीन वक्ताओं द्वारा कहा गया, महिलाओं को पहले घर की चार दिवारी से सहयोग मिलना शुरू होता है। हम सबसे पहले भारत माता की जय बोल नारा लगा लोगों में देश भक्ति के प्रति जोश भरते हैं, विश्वास जगाते हैं। पूजा पाठ में सबसे पहले कन्याओं को कंचक में बिठा उनकी पूजा करते हैं । शिवाजी बनने के लिए जीजाबाई को याद करना जरूरी होता है। बेटे-बेटियों को आगे बढ़ाने में मां का सहयोग जरूरी होता है। कहा गया, उक्त तथ्यों से मां और महिला का अर्थ समझा जा सकता है।

वक्ताओं द्वारा उत्तराखंड राज्य में सरकार द्वारा चलायमान अनेकों योजनाओं के बाबत स-विस्तार अवगत कराया गया, महिलाओं को उक्त रोजगार परक योजनाओं का लाभ उठा कर एक सफल उद्यमी बनने की राह से अवगत कराया गया।

मंचासीन वक्ताओं द्वारा हिमालयी क्षेत्र में छोटे उद्यमियों को विकसित करने हेतु सभी की सहभागिता पर मुख्य रूप से बल दिया गया। युवाओं में देश के प्रति निष्ठा, उद्यमिता विकास और भारत का सशक्त नागरिक बनने हेतु चल रही विभिन्न योजनाओं तथा जैव प्रौद्योगिकी से संबंधित व्यवसाय तथा नवीकरणीय संसाधनों के प्रयोग से एक बेहतर हिमालय के प्रारूप का ताना-बाना बनाने की योजना पर प्रकाश डाला गया। उत्तराखंड में व्यापक उद्योग स्थापित करने और रोजगार व्यवस्था बना पलायन रोकने की आवश्यकता पर वक्ताओं द्वारा बल दिया गया। आर्थिक प्रबंधन तथा अतिरिक्त आय स्रोत बनाने के विषय में व्यवसाय से जुड़े तथ्य प्रस्तुत किए गए। स्वरोजगार संबंधी प्रयासों को सहयोग देने, उद्यमियों के आपस में सामंजस्य बैठा व्यवसाय करने तथा इस प्रकार के आयोजनों में जागरूक सहभागिता का आहवान भी वक्ताओं द्वारा प्रबुद्ध उद्यमी महिलाओं के मध्य किया गया।

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वक्ताओं द्वारा व्यक्त किया गया, आज मंथन की जरूरत है, कैसे हम सब जो यहां इकठ्ठा हुई व्यवसायी महिलाएं हैं, उत्तराखंड के देश भर में फैले प्रबुद्ध व्यवसायियों को संदेश पहुंचा कर, उन सबको इकठ्ठा कर, विश्वास जगा, एक टीम बना, उत्तराखंड में स्वरोजगार की दिशा में लोगों को जागरूक कर, राज्य व राज्य के जनमानस के सरोकारों व आर्थिक उन्नति के लिए व्यापक स्तर पर कार्य कर सफलता प्राप्त करे।

मुख्य अतिथि मधु भट्ट द्वारा अध्यक्षीय संबोधन में कहा गया, उत्तराखंड में अच्छे लेबल पर महिलाए कार्य कर स्वयं की व उत्तराखंड की आर्थिकी को समृद्ध कर रही हैं। अंचल की महिलाए जो दिन रात निष्ठा पूर्वक हाड़ तोड़ मेहनत कर घर चला रही हैं वह भी उद्यम है। अंचल की मातृशक्ति का राज्य व देश की समृद्धि में सदा बड़ा योगदान रहा है। ‘हरेले’ के माध्यम से पर्यावरण के संरक्षण के क्षेत्र में सदियों से कार्य किया जा रहा है, निष्ठा पूर्वक परंपरा निभाई जा रही है। ‘बिजनेस उत्तरायणी’ के प्रभावशाली उद्देश्यों, कार्यों व उद्यमी महिलाओं को सम्मानित करने हेतु आयोजित आयोजन की भूरि-भूरि प्रशंसा मुख्य अतिथि द्वारा की गई। भविष्य में महिलाओं को जागरूक करने व उन्हें सम्मानित कर उनके साहस और विश्वाश को बल देने वाले इस प्रकार के आयोजनों को प्राथमिकता देते रहने पर राय व्यक्त कर मुख्य अतिथि द्वारा अपना अध्यक्षीय संबोधन समाप्त किया गया।

बिजनेस उत्तरायणी द्वारा आयोजित उद्यमी महिलाओं के तीसरे प्रभावशाली और यादगार संस्करण में अंचल की अनेकों विधाओं से जुड़ी उद्यमी महिलाओं को मुख्य व विशिष्ट अतिथियों के कर कमलों तालियों की गड़गड़ाहट के मध्य प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
सम्मानित होने वाली उद्यमी महिलाओं में डॉ. कुसुम भट्ट, डॉ. पुष्पा जोशी, सुषमा जुगरान ध्यानी, रेनू सती, नीलम जीना, निम्मी ठाकुर, कुसुम कंडवाल भट्ट, वीना उप्रेती, कल्पना चौहान, डॉ. वीनू भदौरिया, आरती भट्ट, डॉ. हर्षा कंडवाल, डॉ. अंजलि थपलियाल कौल, पायल गुप्ता, उर्मिला भट्ट, सुषमा भट्ट, संगीता सुयाल, जीवंती बिष्ट, डॉ. शिवांगी नैथानी देवरानी, रोशनी चमोली, डॉ. जूही गर्ग, प्रेमा धोनी, अंजना तिवारी, लक्ष्मी रावत, यशोदा घिल्डियाल, परीशा एस कुंवर, डॉ. चयनिका उनियाल इत्यादि इत्यादि प्रमुख रही।

आयोजित कार्यक्रम का ओजस्वी व प्रभावशाली मंच संचालन नीरज बवाड़ी द्वारा संस्था से जुड़े अन्य उद्यमी सदस्यों में प्रमुख तारा बवाड़ी, दिनेश तिवारी, भुवन हराड़ी, भुवन बवारी, तथा अरविंद शर्मा के सानिध्य में बखूबी किया गया।
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