ताडी़खेत के मोडी़ गांव में अतिवृष्टि से मकान ध्वस्त,मजदूर परिवार हुआ बेघर

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रानीखेत – विगत सप्ताह हुई अतिवृष्टि ने मोड़ी निवासी एक ग्रामीण को परिवार सहित बेघर कर दिया है ।तेज बारिश ने उसके पिछली बरसात में जीर्ण हो चुके मकान को धराशायी कर दिया, इतना ही नहीं अब उसके आगे रोजी- रोटी का संकट खडा़ हो गया है।
मोडी़ निवासी खुशाल सिंह रावत मकान टूट जाने के कारण इधर -उधर भटकने को विवश हो गए हैं। पिछली बरसात में उनके पुराने भवन में दरारें आ गई थी, वह उसी में गुजर चला रहे थे, लेकिन इस बार छत टूट गई अंदर मलबा भर गया है। इन दिनों खुशाल सिंह अपने रिश्तेदारों के यहां दिन काटने को विवश हैं।
गत दिनों लगातार हुई बारिश के कारण क्षेत्र में व्यापक नुकसान हुआ है। मोड़ी गांव में खुशाल सिंह रावत का आशियाना अब रहने लायक नहीं रहा। दो बच्चों और पत्नी को लेकर उन्हें कभी किसी रिश्तेदार के यहां तो कभी दूसरे रिश्तेदार के यहां सिर छिपाने को मजबूर होना पड़ रहा है। मेहनत मजदूरी कर गुजर बसर चलाने वाले खुशाल सिंह रावत के सम्मुख आर्थिक संकट पैदा हो गया है। खुशाल सिंह ने बताया‌ कि प्रधान विक्रम सिंह रावत, ब्लाक प्रमुख हीरा रावत और उप राजस्व निरीक्षक ने उन्हें राशन सहित तमाम सहायता प्रदान की है। लेकिन काम नहीं मिल रहा है तो बच्चों की फीस जुटानी भी मुश्किल हो रही है। अब अपना मकान रहने लायक होता तो वह किसी तरह गुजर चलाते। रिश्तेदारों के यहां चार -चार, आठ -आठ दिन गुजारने पड़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि मकान ध्वस्त होने की सूचना प्रशासन को दे दी गई है। छत मिल जाती तो बच्चों का पालन पोषण ठीक से हो जाता। प्रधान विक्रम सिंह रावत ने बताया कि पिछली बरसात में भी राजस्व विभाग ने जांच पड़ताल की थी, अब मकान पूरी तरह टूट चुका है,प्रशासन को खुशाल सिंह को छत उपलब्ध कराने के प्रयास करने चाहिए।

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