रानीखेत में काव्य गोष्ठी ‘शब्दोत्सव’ में रचनाकारों ने विकासजन्य कुप्रबंधन और सामाजिक विद्रुपताओं पर किया प्रहार
रानीखेत: यहां हुई काव्य गोष्ठी ‘शब्दोत्सव’ में कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को भावविभोर किए रखा। अपनी कविताओं के माध्यम से जहां रचनाकारों ने विकासजन्य कुप्रबंधों न पर तंज कसे वहीं समाज के विद्रुप चेहरे को भी उघाड़ने का प्रयास किया। काव्य गोष्ठी में अंकिता हत्याकांड भी गूंजता रहा।
यहां पार्थ प्लाजा में आयोजित काव्य गोष्ठी की शुरुआत युवा कवयित्री प्रीति जोशी ने ‘नैनीझील एक दिन’और ‘किसी अपने से हाथ..’ जैसी भावपूर्ण रचनाओं से की। उदीयमान कवयित्री अंकिता पंत ने ‘चाहते तो सब हैं..’और किस बात की कमी है जो ग़म का माहौल बना रहे हो..’ जैसी सशक्त रचनाओं की प्रस्तुति दी वहीं एडवोकेट दिनेश तिवारी ने ‘ तुम फिर उदास हो ,तुम फिर निराश हो’ और रोज ही तो मिलता है उसे घर के आंगन में बाघ..’ कविताओं से पहाड़ का सामयिक शब्द चित्र प्रस्तुत किया।
श्रीमती मीना पांडे ने व्यवस्थाजन्य कुप्रबंधों पर तीखा शब्द प्रहार करते हुए कहा’76 वर्ष की तरुणाई में डगमग पग से डोल रही हूं’ श्रीमती उमा जोशी ने अंकिता हत्याकांड को अपनी कलम पर लेते हुए ओज पूर्ण कविता में कहा’ मानव रूप भक्षक को देखा..’डा.विनीता खाती ने स्त्री की सामाजिक पारिवारिक वर्जनाओं पर कहा ‘सुनी आंखें,बिखरे केश..’अतीत के पन्ने पलट कर देखती हूं’। श्रीमती गीता जोशी सवालिया लहजे में मुक्तक ‘ मेरी उलझन मिटा देना .’.पढ़कर वाहवाही बटोरी वहीं ‘पहाड़ की स्त्री कविता’ का वाचन किया। रचनाकार कृष्ण कुमार सती ने ‘तुम से सीखा सब कुछ मैंने,क्यों की तुम माता हो’और कुमाउनी कविता सबौ भर छू हमर पहाड़..’ से सबको प्रभावित किया।
कवि राजेंद्र प्रसाद पंत ने शहर को लेकर अपनी पीड़ा को कविता के जरिए उड़ेलते हुए’ मेराशहर रानीखेत..’ कविता प्रस्तुत की वहीं पद्म के वृक्ष के प्रतिकूल परिस्थितियों में भी डटे रहने पर कहा’तुम अद्भुत हो पद्म..’। युवा कवि नीरज फर्तयाल ने अपनी रचना ‘ मुझे गंवार ही रहने दो..पेश की वहीं देव पहाड़ी ने ‘दिल में इतनी जद्दोजहद क्यूं है..मन में चलती कशमकश को बखूबी बयां किया। कार्यक्रम का संचालन कर रहे साहित्यकर्मी ,पत्रकार विमल सती ने ‘पलायन का दर्द’ और रानीखेत शहर के निरंतर ह्रास पर अपनी रचनाएं प्रस्तुत की।
द ग्रीन इंस्टीट्यूट में हैलो कुमाऊं टीम की ओर से आयोजित कार्यक्रम में नंदा देवी महोत्सव समिति अध्यक्ष हरीश लाल साह, पूर्व प्रवक्ता ओम प्रकाश साह, पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष अशोक पंत, रामेश्वर गोयल , अमित तिवारी,आयोजन समिति के मनीष सद्भावना,पंकज थापा आदि अनेक लोग मौजूद रहे।