रानीखेत के नागरिक प्रतिनिधि डीएम व डीटीओ से मिले, पर्यटन से जुड़ी समस्याएं गिनाते हुए समाधान की मांग की

ख़बर शेयर करें -

रानीखेत: नागरिकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी वन्दना सिंह एवं जिला पर्यटन अधिकारी अमित लोहनी से उनके कार्यालय में भेंट की और नगर की पर्यटन सहित अन्य समस्याओं पर वार्ता की। प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी को बताया कि पर्यटन नगरी रानीखेत में गोल्फ ग्राउंड में पर्यटकों और नागरिकों का प्रवेश प्रतिबंधित होने से पर्यटकों और स्थानीय लोगों में बेहद निराशा है,साथ ही रानीखेत का पर्यटन व्यवसाय भी इससे प्रभावित हो रहा है। इस प्रतिबंध के अलावा नए पर्यटन स्पाॅट विकसित न होने से पर्यटक रात्रि विश्राम रानीखेत में करने से गुरेज कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें 👉  नगर पालिका में समायोजित करने की मांग पर आठवें दिन भी जारी रहा नागरिकों का धरना, जुलूस निकाला

प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी को बताया कि मई 2020 में राष्ट्रपति सचिवालय के एक पत्र में सेना ने गोल्फ ग्राउंड के दक्षिणी छोर को पर्यटकों के लिए खोलने कि बात कही गई थी लेकिन आज तक प्रवेश प्रतिबंधित है। नागरिक प्रतिनिधियों ने गोल्फ ग्राउंड को पर्यटकों के लिए खोलने की मांग की। प्रतिनिधि मंडल ने रानीखेत के कालिका में अभ्यारण्य निर्माण, रानी झील व भालू डैम के सौंदर्यीकरण, हाई टेक शौचालय, आशियाना पार्क के सौंदर्यीकरण, एन सी सी मैदान को स्टेडियम के रूप में विकसित करने की मांग भी जिलाधिकारी से की। प्रतिनिधि मंडल ने जिला पर्यटन अधिकारी से भी मुलाकात कर इस मांगो को उनके समक्ष रखा।

यह भी पढ़ें 👉  भाजपा कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य मंत्री से की रानीखेत चिकित्सालय के रेडियोलॉजिस्ट का स्थानांतरण तत्काल रोके जाने की मांग

जिलाधिकारी ने सभी समस्याओं को गंभीरता से सुना व पर्यटकों की समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा की रानीझील व भालू डैम का विधिवत प्रस्ताव तैयार होने पर अमृत सरोवर योजना के तहत धन आवंटन किया जा सकेगा। शिष्ट मंडल में जिला पर्यटन सलाहकार समिति सदस्य व कैंट के नामित सदस्य मोहन नेगी, व्यापार संघ अध्यक्ष मनीष चौधरी, पूर्व उपाध्यक्ष कैंट हेम चौधरी, छात्र नेता कमल कुमार शामिल थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *