मौसम विभाग ने कहा अब बारिश की संभावना बहुत कम,कुछ जिलों में हल्की बारिश के आसार
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एवं वरिष्ठ मौसम विज्ञानी विक्रम सिंह के मुताबिक अटलांटिक और भूमध्य सागर चली हवाओं के चलते पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ और हवाएं अफगानिस्तान, पाकिस्तान होते हुए उत्तराखंड पहुंची और अक्तूबर में मौसम का मिजाज दो दिन के लिए पूरी तरह बदल कर रख दिया। फिलहाल पश्चिमी विक्षोभ और दक्षिणी पूर्वी हवाओं का दबाव खत्म हो चुका है तो अगले 24 घंटे में बारिश की संभावना बहुत कम है। हालांकि पिथौरागढ़, नैनीताल, चंपावत, पौड़ी जैसे जिलों में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। राजधानी दून और आसपास की आसमान साफ रहने के साथ नहीं कुछ जगहों पर बादल छाए रहेंगे।
राज्य में रिकाॅर्ड बारिश
सोमवार सुबह से लेकर मंगलवार की सुबह पूरे राज्य में 36.7 मिमी बारिश रिकाॅर्ड की गई। सबसे अधिक बारिश रिकार्ड चंपावत का है। यहां सबसे अधिक 115.6 तो वहीं देहरादून में सबसे कम 19.1 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। मौसम विज्ञानी विक्रम सिंह के मुताबिक इस अवधि में पूरे राज्य में औसतन 2.4 मिमी बारिश होती है, लेकिन मौसम के बदले मिजाज के चलते 36.7 मिमी बारिश हुई। ऐसे में सामान्य से 1428 फीसदी अधिक बारिश रिकार्ड की गई। जो हाल फिलहाल में अक्तूबर में सबसे अधिक बारिश है।