जिलाधिकारी ने प्रशस्ति पत्र देकर किया समाजसेवी सतीश पांडेय को सम्मानित,22 वर्षों से गरीब व लावारिश शवों का करते आए हैं स्वयं के खर्च से दाह संस्कार

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रानीखेत:रानीखेत क्षेत्र के दो दिवसीय भ्रमण के दौरान रानीखेत तहसील परिसर में जन समस्याएं सुनने पहुंची जिलाधिकारी वंदना सिंह ने समाजसेवी सतीश चंद्र पांडेय को उनके सेवा भावी कार्यों के लिए प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया।

उल्लेखनीय है कि समाजसेवी सतीश चंद्र पांडेय विगत 22 वर्षों से समाज सेवा में रत हैं।वे अपनी दुकान से इन 22 वर्षों में रानीखेत सहित क्षेत्र के 25 गांवों के लोगों को शव यात्रा के लिए निःशुल्क बांस उपलब्ध कराते आ रहे हैं,इतना ही नहीं श्री पांडेय निर्धन परिवारों के मृतकों और लावारिस शवों का दाह संस्कार भी स्वयं के खर्च से करते आए हैं।कोरोना काल में भी जान जोखिम में डालकर उन्होंने लावारिश शवों की अन्त्येष्टियां की जिस कारण वे परिवार सहित कोरोना की चपेट में आ गए थे, चौदह दिन कोरोनटाइन रहने के बाद वे पुनः पूरे हौसले के साथ दाह संस्कार कराने के कार्य में जुट गए।समाजसेवी सतीश चंद्र पांडेय निर्धन परिवारों के बीमारों का आपरेशन भी अपने खर्च पर कराते रहे हैं।उन्होंने कुछ निर्धन बीमार व्यक्तियों का हल्द्वानी ले जाकर सफल आपरेशन कराकर कैंसर जैसे असाध्य रोग होने से बचाया है।

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इधर नागरिकों ने समाजसेवी सतीश चंद्रपांडेय को जिलाधिकारी द्वारा सम्मानित किए जाने पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा है कि सही मायने में यह निःस्वार्थ समाज सेवा का सम्मान है। ‘नर सेवा नारायण सेवा’का भाव लेकर वर्षों से समाज सेवा का कार्य कर रहे समाज सेवी श्री पांडेय की देर से ही सही, सुध लेकर प्रशासन ने उन्हें सम्मानित करके स्तुत्य कार्य किया है।निःस्वार्थ भाव से समाज में सेवा कार्य कर रहे लोगों को चिह्नित कर उन्हें प्रोत्साहित करने की आज नितांत आवश्यकता है।

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