सतीश चन्द्र पाण्डेय की टीम ने‌ फिर कायम की मानवता की मिसाल, निर्धन नेपाली के शव का किया सम्मानजनक दाह संस्कार

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रानीखेत: पिछले 22 वर्षों से स्थानीय मुक्तिधाम में अन्तिम संस्कार का प्रबंधन और लावारिस शवों का सम्मानजनक अंतिम संस्कार करते आ रहे जन सेवा समिति के अध्यक्ष समाजसेवी सतीश चंद्र पांडेय ने आज फिर अपनी टीम के साथ एक नेपाली श्रमिक का हिंदू रिति रिवाज से दाह संस्कार किया।

बता दें कि‌ समाजसेवी सतीश चंद्र पांडेय को उनकी उल्लेखनीय सामाजिक सेवा के लिए‌ जिलाधिकारी ने पिछले माह‌ प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया था जिसे उन्होंने एक विश्वास‌ और जिम्मेदारी के रुप में लिया।यही वजह है कि समाजसेवी सतीश चंद्र पांडेय मानव सेवा के अपने अभियान में अपनी जन सेवा समिति के‌ साथ सेवा भाव‌ से जुटे हैं।

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इसी क्रम में आज उन्होंने अपनी टीम‌ के साथ राजेन्द्र सिंह (67) नाम के नेपाली श्रमिक का हिंदू रिति रिवाज से दाह संस्कार किया।नेपाल का रहने वाला राजेन्द्र विगत15-20 वर्षों से यहां मजखाली में रह रहा था और मेहनत मजदूरी कर जीवन यापन करता था । राजेन्द्र पिछले चार-पांच वर्षो से लकवाग्रस्त था गांव के लोग ही उसे भोजन आदि दे रहे थे ।आज उसकी मृत्यु हो गई ,मानवता का परिचय देते हुए समाजसेवी सतीश चंद्र पांडे ने अपनी टीम के साथ स्थानीय मुक्तिधाम में हिंदू रीति-रिवाज से उसका दाह संस्कार कर हमेशा‌ की भांति मानवता की मिसाल पेश की। राजेन्द्र सिंह के पास मेहनत मज़दूरी का जो भी पैसा था उसने इलाज में लगा दिया था। ऐसे में दाह संस्कार के पूरा खर्च जन सेवा समिति ने उठाया।गौरतलब है कि समाजसेवी सतीश चंद्र पांडेय विगत 22 वर्षों से निर्धन और लावारिस लोगों के‌ शवों का‌ दाह‌संस्कार करते आ रहे हैं।

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