राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रानीखेत में गतिमान 12 दिवसीय कार्यशाला के तृतीय दिन वित्त प्रबंधन एवं व्यापार प्रणाली पर चर्चा

ख़बर शेयर करें -

रानीखेत -राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रानीखेत में गतिमान 12 दिवसीय कार्यशाला के तृतीय दिन प्रारंभ के दो सत्र डॉ. रोहित जोशी द्वारा वित्त प्रबंधन एवं व्यापार प्रणाली विषय पर लिए गये। डॉ. रोहित द्वारा बताया गया कि एक सफल उद्यमी के लिये बाजार के बदलते रुप के हिसाब से पैसा विभिन्न उभरते बाज़ारों व आवश्यकताओं पर लगाना आवश्यक है। उद्यम स्थापना से पहले बाज़ार, उसकी जरूरतें व प्रतिस्पर्धा को समझना आवश्यक है।

यह भी पढ़ें 👉  कविवर सुमित्रानंदन पंत की 124वीं जयंती उनके पैतृक गांव में समारोह पूर्वक मनाई गई, काव्य गोष्ठी आयोजित, साहित्यकार हुए सम्मानित

उन्होंने बताया कि किस प्रकार विद्यार्थी छोटे-छोटी पूँजी लगाकर अपने ही परिवेश में उद्यम शुरु कर सफल बना सकते हैं। साथ ही वक्ता द्वारा विभिन्न मार्केट अवसर तथा रुपया बढ़ाने के क्षेत्रों के बारे में बताया।
बाद के दोनों सत्र में डॉ० महिराज माहरा द्वारा उद्यमिता का वैश्विक इतिहास से ईसा पूर्व से प्रारंभ कर वर्तमान तक बताया गया। व्याख्यान में बताया गया कि आज भी उत्तराखंड में विशेषकर रानीखेत में चाय के उत्पादन की अपार संभावनाएं हैं। चाय के पौधारोपण से उत्पादन तक सारी बारीकियां विस्तृत रूप से बताई गई।
वक्ता द्वारा यहाँ के चर्च, सिमेट्री व ऐतिहासिक परिवेश से जुड़े संस्थानों से किस प्रकार रोजगार सृजन किया जा सकता है विषय पर विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। कार्यक्रम का संचालन डॉ० गणेश नेगी द्वारा किया गया तथा सत्र का दिशा निर्देशन डॉ० निहारिका बिष्ट द्वारा किया गया।

यह भी पढ़ें 👉  बीर शिवा स्कूल चौखुटिया में पुलिस ने विद्यार्थियों को किया साइबर क्राइम के प्रति जागरूक