इस बार आठ मिनट खेली गई ऐतिहासिक बग्वाल,77 वीर हुए चोटिल

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चंपावत :-कोरोना प्रतिबंध के चलते दूसरे साल भी देवीधूरा मेले में दर्शकों की संख्या बेहद कम रही।बाराहीधाम देवीधुरा में इस वर्ष विश्व प्रसिद्ध बगवाल युद्ध करीब आठ मिनट तक चला। इस दौरान चार खाम और सात थोकों के रणबांकुरों में से 77 बगवाली वीर चोटिल हो गए।

इस वर्ष जहां कोरोना महामारी के कारण लगातार दूसरे वर्ष भी दर्शकों की संख्या बेहद कम रही, वहीं बगवाल युद्ध में 300से अधिक रणबांकुरों ने प्रतिभाग किया। सुबह दस बजे सबसे पहले गहरवाल खाम के योद्धाओं ने बाराही मंदिर की परिक्रमा की। उसके बाद लमगडिय़ा खाम के योद्धा मंदिर में पहुंचे। जबकि बालिक और चम्याल खाम के योद्धा सबसे अंत में मंदिर की परिक्रमा को पहुंचे। चारों खामों के मंदिर परिसर में स्थित खोलीखांड दुर्बाचौड़ मैदान में पहुंचने के बाद मंदिर के पुजारी के संकेत के बाद बगवाल युद्ध शुरू हो गया।

इस दफा प्रशासन की सख्ती के कारण बगवाल मेले में दर्शकों की आवाजाही प्रतिबंधित होने के कारण बहुत कम लोग बगवाल देखने को पहुंचे। बाद में बगवाल युद्ध में चोटिल हुए लोगों का मंदिर परिसर में ही उपचार किया गया।