वीर  चंद्र सिंह गढ़वाली ने रानीखेत में क्या किया? (पुण्यतिथि विशेष)

ख़बर शेयर करें -

क्या आप जानते हैं  महान क्रांतिकारी पेशावर कांड के नायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली ने रानीखेत में रह कर जनता की बुनियादी जरूरतों के लिए संघर्ष किया था? बात सन 1946 की है, चंद्र सिंह प्रादेशिक पार्टी के आदेश पर रानीखेत आए और ताडी़खेत में रहने लगे।उन दिनों रानीखेत में अनाज का अभाव व्याप्त था।चंद्र सिंह ने जनता को संगठित कर अन्न के लिए संघर्ष शुरु कर दिया।एक दिन उन्होंने जनता को लामबंद कर सुव्यवस्थित जुलूस निकाला और अनाज गोदाम में पहुंचकर वहां का ताला तोड़ दिया और अन्न से पीडि़त लोगों से पैसे जमाकर उन्हें अन्न का वितरण करा दिया।इस पर एसडीओ पुलिस के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और अन्न की समस्या पर चंद्र सिंह से बातचीत की। इसका परिणाम यह हुआ कि सरकार ने अन्न की समस्या को हल करने के लिए अन्न परामर्श समिति का गठन किया और चंद्र सिंह गढ़वाली को इस समिति का अध्यक्ष बना दिया। इस तरह अन्न की समस्या का भी समाधान हुआ।

यह भी पढ़ें 👉  लोक सभा चुनाव में उत्तराखंड में सात नामांकन पत्र खारिज, किस सीट पर कितने नामांकन पत्र वैध , जानिए

अनाज ही नहीं गर्मियों में पेयजल की विकट समस्या के लिए भी चंद्र सिंह गढ़वाली आगे आए। रानीखेत में पानी की भीषण समस्या से निपटने के लिए भी गढ़वाली ने रानीखेत में    स्थानीय रहवासियों से 62 कनस्तर जमा कराए और उन्हें भवाली भेजकर पानी मंगवाकर खुद ही जनता के बीच वितरित किया।इस तरह कह सकते हैं उत्तराखंड के इस महान सपूत का रानीखेत के साथ अन्न-जल का रिश्ता भी रहा है।