किशोरी लाल फाउंडेशन द्वारा आयोजित भारतरत्न स्व.अटल बिहारी वाजपेयी सम्मान-2021 सम्पन्न

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सी एम पपनैं

नई दिल्ली। भारतरत्न स्व.अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में किशोरी लाल फाउंडेशन द्वारा, 23 दिसंबर को कन्स्टिट्युशन क्लब नई दिल्ली में, फाउंडेशन अध्यक्ष कुलदीप शर्मा की अध्यक्षता, मुख्य अतिथि रामदास अठावले केन्द्रीय सामाजिक न्याय एव अधिकारिता राज्यमंत्री भारत सरकार तथा विशिष्ट अतिथि मंजुला सक्सेना निर्देशक राजभाषा विभाग, भारत सरकार, नीलम महाजन पूर्व निर्देशक दूरदर्शन, चंद्र मोहन पपनैं, हवीब अख्तर, एस एफ आशिफ वरिष्ठ पत्रकार, जगदम्बा सिंह दिल्ली प्रदेश वरिष्ठ भाजपा नेता की उपस्थित में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया।

सम्मान समारोह के इस अवसर पर ‘नव निर्माण भारत में आत्मनिर्भर भारत योजना का योगदान’ विषय पर सेमिनार तथा समाज के विभिन्न क्षेत्रों मे उत्कृष्ठ कार्य करने वाले लोगों को मुख्य व विशिष्ठ अतिथियों के द्वारा, भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी सम्मान-2021 से सम्मानित किया गया। गरीबो को कम्बल वितरित किए गए।

आयोजक फाउंडेशन अध्यक्ष कुलदीप शर्मा तथा सचिव अमर चंद द्वारा मंचासीन मुख्य व विशिष्ट अतिथियों का शाल ओढा़ कर तथा पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया। अतिथियों के कर कमलों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का श्रीगणेश किया किया गया।

फाउंडेशन अध्यक्ष कुलदीप शर्मा द्वारा अपने सम्बोधन में सभागार में उपस्थित मंचासीन अतिथियों व सभी प्रबुद्ध जनों का स्वागत किया गया। वर्ष 2017 मे स्थापित फाउंडेशन के उद्देश्यों व विगत वर्षों मे आयोजित किए गए कार्यक्रमों के बावत अवगत कराया गया।

सेमिनार में ‘नव निर्माण भारत में आत्मनिर्भर भारत योजना का योगदान’ विषय पर मुख्य अतिथि रामदास अठावले केन्द्रीय सामाजिक न्याय एव अधिकारिता राज्यमंत्री भारत सरकार द्वारा व्यक्त किया गया ‘अटल जी का योगदान एक राजनेता के साथ-साथ प्रधानमंत्री के नाते, बहुत बड़ा रहा है। तीन बार वे देश के प्रधानमंत्री पद पर विराजमान हुए। रामदास अठावले द्वारा व्यक्त किया गया कि इसी दौरान वे स्वयं बाबा साहेब अम्बेडकर की सोच पर गठित पार्टी के टिकट पर जीत कर लोकसभा में पहुंचे थे। 1998 मे अटल जी की सरकार बच सकती थी, तब उनकी पार्टी के चार सांसद थे, कांग्रेस ने सबको घेर लिया था। रामदास अठावले ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत पर चर्चा हो रही है, संविधान के शिल्पकार बाबा साहेब ने 1952 मे चुनाव लड़ा था कांग्रेस ने उन्हें हरवा दिया था। बाबा साहेब अम्बेडकर कभी लोकसभा में नही आए। 1956 मे उनका निधन दिल्ली के अलीपुर रोड मे हुआ।

रामदास अठावले द्वारा व्यक्त किया गया अम्बेडकर कहा करते थे, दलित कभी चुनाव नहीं जीत सकते। आज का समय ऐसा है, सत्ता जरूरी हो गई है। चुनाव लड़ना जरूरी हो गया है। दुनिया में रिपब्लिकन पार्टिया बहुत हैं, भारत में हमारी रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया है, जिसको पार्टी सिंबल नहीं मिलता है। जिस पार्टी को बनाने का संकल्प बाबा साहेब ने लिया था। देश मे हजारों राजनैतिक पार्टियां हैं। बाबा साहेब का मत था, देश मे दो पार्टी सिस्टम हो। आत्मनिर्भर बनने के लिए स्वयं के पैरों पर खड़ा होना होगा। देश को मजबूत करना होगा। सरकार द्वारा जारी मुद्रा योजना के माध्यम से, करोड़ों लोगों को फायदा व रोजगार की प्राप्ति हुई है। केन्द्रीय सामाजिक न्याय एव अधिकारिता मंत्रालय दलित समाज को लोन देने का कार्य कर रहा है। उक्त योजना के बावत राज्यमंत्री द्वारा विस्तार से अवगत कराया गया बताता गया, कैसे रोजगार किया जा सकता है।

राज्यमंत्री अठावले द्वारा व्यक्त किया गया कि आजादी के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं। नई संसद का निर्माण हो रहा है। सरकार आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए बहुत कार्य कर रही हैं। गरीबो को ऊपर उठाना है। ‘मैं करता हूं, तुम्हारे दुश्मनों का सामना, जिनको पुरस्कार मिल रहे हैं, उन्हे देता हूं, शुभकामना’ के साथ, राज्यमंत्री रामदास अठावले द्वारा अपना सम्बोधन समाप्त किया गया।

सेमिनार के चयनित विषय पर अन्य वक्ताओं में जगदम्बा सिंह, चंद्र मोहन पपनैं, हवीब अख्तर, एस एम आशिफ, श्रीकांत भाटिया, नीलम महाजन तथा मंजुला सक्सेना द्वारा विद्वतापूर्ण व ज्ञानवर्धक विचार वक्त किए गए।

वक्ताओं द्वारा व्यक्त किया गया कि देश पहले से आत्म निर्भर रहा है, बौद्धिक पलायन तो होता रहा है, लेकिन लाखों अन्य लोग जो पलायन कर रहे हैं, चिंताजनक है, जो आत्मनिर्भर भारत की योजना में संशय पैदा करता नजर आता है। आत्मनिर्भर भारत का मतलब है, भारत के लोगों से मोहब्बत। चोरी, डकैती, छीना झपटी आत्मनिर्भरता, पर दाग लगाती नजर आती हैं। वक्ताओं द्वारा व्यक्त किया गया, कोरोना महामारी के बाद देश की आर्थिक स्थिति कमजोर हुई है। भारत के उत्पादों की मांग बाहरी देशो मे बढ़ी है, जो सिद्ध करती है, भारतीय उत्पादों की मांग है। छोटी-छोटी चीजो का उत्पाद कर, उनको प्रोत्साहन दे, रोजगार को बढ़ाया जा सकता है। भारत आत्मनिर्भर बन सकता है।

वक्ताओं द्वारा व्यक्त किया गया कि आत्मनिर्भर बनने की ठान ही ली है, तो स्वयं की कार्ययोजना बना कर, आत्मनिर्भर बना जा सकता है। व्यक्त किया गया, लोग आपस में जुड़ नहीं पाते। जाति, धर्म व राजनीति के नाम पर बिखरे हुए हैं। जो हो रहा है, उसके बावत सोचना जरूरी है। देश आज भी आजाद नहीं है। लोग बैंकों के कर्ज मे डूबे हैं। जो कर्ज मे डूबे हैं, आत्मनिर्भर नहीं हो सकते। मंदिर-मस्जिद बनाकर, आत्मनिर्भर नहीं हुआ जा सकता। कुछ ही परिवार हैं, जो बैंकिंग से लेकर बडे-बडे व्यापार, सबको हथिया कर बैठे हैं। इमोशनल कमजोरी उभार कर, जनमानस को लूटा जा रहा है। खानपान व जीवन पद्धति बिगाडी जा रही है। नेता जो कह रहे हैं, सच नहीं है, यह सब स्वय जानना व समझना होगा। हमे वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है। हम सब एक जुट हो, अपने साधनों को जोड़ कर चले।

वक्ताओ द्वारा व्यक्त किया गया आध्यात्म को तरीके से लोगों तक पहुचाया जाए। आध्यात्म को विज्ञान के रूप में समझ कर, सारी समस्याऐ सुलझ सकती हैं। धार्मिक पुस्तको को पढ़ कर, वैज्ञानिक ज्ञान नहीं मिलता है। हम पहले इंसान व फिर अन्य धर्म व जाति के हैं। आत्मनिर्भर देश विनाश करके नहीं, सहेज कर बन सकता है। गलतियों को सुधारने का समय है। आध्यात्मिक विरासत को समझ कर ही, आत्मनिर्भर बना जा सकता है। अटल जी की आत्मनिर्भर भारत की दृष्टि को आगे बढ़ाना होगा। पत्रकारो व लघु व मध्यम अखबारों व पत्र पत्रिकाओ की दुर्दशा पर व उनको कैसे आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ाया जा सकता है, वक्ताओ द्वारा विचार व्यक्त किए गए।

सम्मान समारोह के इस अवसर पर स्व.अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित कुछ स्वरचित, गूढ़ व प्रभावशाली , कविताओं का पाठ, उदय ममगई राठी, संजय राय व नीलम महाजन द्वारा बखूबी किया गया।

आयोजकों द्वारा विशिष्ट अतिथियों के साथ-साथ, विभिन्न क्षेत्रों मे उत्कृष्ठ कार्य करने वालों
व कोरोना महामारी मे जान की परवाह न कर लोगों की मदद करने वालों मे, विश्व ब्राह्मण संगठन अध्यक्ष, समाजसेवी व उद्यमी के सी पांडे, समाज सेविका प्रीति रमोला गुसाई, समाज सेवी उदय ममगई राठी, संस्कृतिकर्मी भगवंत मनराल, युवा उद्यमी आकाश चौधरी के साथ-साथ अन्य विविध भाषाई पत्रकारो, शायरो, संस्कृति कर्मियो व समाज सेवियो मे, के पी मलिक, वैभव शर्मा, किरन राय, राजीव गुप्ता, एम के जैदी, मीरा सब्बरवाल, शैलेश तिवारी, बीना राय, फरीद अहमद खान, पी के अग्रवाल, गिरीश कुमार, तोशिफ इलाही, संजय राय, राजेन्द्र रावत, तारिक रजा, हारूंन सिद्धकी, राजेश सिंघवी, कविता जैन, मनीषा उपाध्याय, मुस्तफा कुरैशी, राहुल कपूर, कमल सिंह जीना, मोहब्बत अफजल इत्यादि को भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी सम्मान-2021 से नवाजा गया।

सम्मान समारोह का मंच संचालन सु-विख्यात टीवी एंकर जरीन नाज द्वारा व कार्यक्रम समापन उदबोधन, किशोरी लाल फाउंडेशन सचिव, अमर चंद द्वारा सभागार में उपस्थित सभी अतिथियों, सम्मानितो व पत्रकारों का आभार व्यक्त कर किया गया।
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