जी एस एम राजकीय चिकित्सालय रानीखेत की अव्यवस्थाओं और चिकित्सा सुविधाओं के अभाव से ग्रामीण नाराज़,धरना देने की चेतावनी
रानीखेत: गोविंद सिंह माहरा राजकीय चिकित्सालय रानीखेत में चिकित्सा सुविधाओं के टोटे और कथित अनियमितताओं को लेकर इलाज के लिए यहां आनेवाले ग्रामीणों में रोष है।पूर्व जिला पंचायत सदस्य राजेंद्र सिंह बिष्ट ने चिकित्सालय में अव्यस्थाओं में सुधार और चिकित्सा संसाधन उपलब्ध न कराए जाने पर परिसर में धरना देने की चेतावनी दी है।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य राजेंद्र सिंह बिष्ट ने रानीखेत सब डिवीज़न के सबसे बड़े अस्पताल में चिकित्सा सुविधाओं के अभाव और अव्यवस्थाओं पर रोष व्यक्त किया है।श्री बिष्ट ने कहा कि हाल ही में जिलाधिकारी के निरीक्षण के वक्त चिकित्सालय को कुछ समय के लिए सुविधायुक्त और स्वच्छता से परिपूर्ण दिखाने का प्रयास किया गया लेकिन हकीकत इसके उलट है। किसी भी बड़े अधिकारी को चाहिए कि वह चिकित्सालय का कार्यक्रम बद्ध निरीक्षण न करे अपितु औचक निरीक्षण करे,तभी सच सामने दिखाई देगा।
पूर्व जिला पंचायत सदस्य श्री बिष्ट ने कहा कि वर्तमान में अस्पताल में सामान्य व डिजिटल दो एक्स-रे मशीन होने के बावजूद मरीजों के तीमारदारों से प्राइवेट सेंटर से एक्स-रे कराकर लाने को कहा जा रहा है।शिकायत मिली है कि पर्चा काउंटर पर कुछ ग्रामीणों को आयुष्मान कार्ड लाभ का पात्र होने के बाद भी टरका दिया गया।
श्रीबिष्ट ने चिकित्सालय की अव्यवस्थाओं का सिलसिले वार जिक्र करते हुए कहा कि वर्ष 2009 में तकरीब एक करोड़ की लागत का उद्घाटित ट्रामा सेंटर आज भी सफेद हाथी बना हुआ है।जिस मक़सद से इसका निर्माण किया गया था उस दिशा में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। मदद आज ट्रामा सेंटर आरम्भ हो चुका होता तो दुर्घटनाओं के घायलों को यहीं इलाज हो पाता और उन्हें हायर सेंटर रेफर नहीं करना पड़ता। उन्होंने कहा कि चिकित्सालय में व्याप्त अव्यवस्थाओं को दूर नहीं किया गया तो वे ग्रामीणों को साथ लेकर धरना -प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।