मनरेगा में श्रमिकों और निर्माण सामग्री का भुगतान ससमय नहीं,परेशानी में बेरोजगार युवा

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रानीखेत:-मनरेगा योजनांतर्गत सामग्री अंश समय से दिए जाने की मांग को क्षेत्र पंचायत सदस्य त्रिभुवन फर्त्याल ने देहरादून में मनरेगा के राज्य परियोजना समन्वयक मोहम्मद असलम से मुलाकात की और उन्हें बताया कि मनरेगा निर्माण कार्यों में लगे श्रमिकों एवं निर्माण सामग्रियों का भुगतान निर्धारित समय पर न होने के कारण इस योजना से जुड़े ग्रामीण बेरोजगार युवा योजना से धीरे -धीरे विमुख हो रहे हैं।इस बावत क्षेत्र पंचायत सदस्य ने परियोजना समन्वयक को ज्ञापन भी सौंपा।

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श्री फर्त्याल ने मनरेगा के परियोजना समन्वयक को ज्ञापन देकर कहा कि मनरेगा जैसी महत्वपूर्ण केंद्र पोषित योजना कोविड-19 में उत्तराखंड के पर्वतीय ग्रामीण क्षेत्रों में न केवल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने का दायित्व निभा रही थी, अपितु स्थानीय व प्रवासी युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाने का मुख्य स्रोत सिद्ध हो रही थी। लेकिन अब मनरेगा योजनांतर्गत संचालित निर्माण कार्यों में लगे हुए कुशल-अकुशल श्रमिकों एवं निर्माण सामग्रियों का भुगतान तय समय सीमा के अंतर्गत ना होने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों के बेरोजगार युवा धीरे-धीरे मनरेगा जैसी महत्वकांक्षी रोजगारपरक योजना से विमुख होते जा रहे हैं। उपरोक्त महत्वपूर्ण योजना में इस प्रकार की वित्तीय अव्यवस्था से न केवल पर्वतीय ग्रामीण अर्थव्यवस्था चरमराने का खतरा उत्पन्न होने की संभावना बढ़ रही है बल्कि रोजगार के सापेक्ष तय अवधि में धनराशि ना मिलने के कारण बेरोजगार युवा पलायन करने को विवश हो रहे हैं।
उन्होंने परियोजना समन्वयक से आग्रह किया कि इस अति लोक महत्व के विषय पर यथाशीघ्र यथासंभव उचित कार्यवाही कर पर्वतीय अंचल के बेरोजगार युवाओं को पलायन करन सेे बचानेे की कृपा करें।