खरीद फरोख्त में धाँधली: सीबीआई की छापेमारी,देहरादून में तैनातआईटीबीपी के कमांडेंट सहित कर्मियों पर मुकदमा दर्ज
भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) को खरीद-फरोख्त में लाखों रुपये का चूना लगाए जाने के आरोप में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने एक कमांडेंट सहित तीन अन्य कर्मियों और एक निजी व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. सीबीआई ने इस मामले में सात जगहों पर छापेमारी भी की.
सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी के मुताबिक, इस मामले में देहरादून में तैनात 23वीं बटालियन के तत्कालीन कमांडेंट अशोक कुमार गुप्ता, वहां तैनात तत्कालीन उप निरीक्षक सुधीर कुमार, सहायक उपनिरीक्षक अनुसूया प्रसाद और एक सज्जाद का नाम निजी व्यक्ति शामिल है. एफआईआर में इसके अलावा अज्ञात सरकारी और निजी व्यक्तियों के नाम शामिल किए गए हैं.
आपूर्ति की चीजों को लेकर घोटाले का आरोप
इस मामले में आरोप है कि आईटीबीपी के आरोपी अधिकारियों और कर्मचारियों ने मिलकर ठेकेदारों, आपूर्तिकर्ताओं के साथ आपराधिक षड्यंत्र कर मिलीभगत की. इसके तहत आईटीबीपी के अंदर चलने वाली वेट कैंटीन के रिकॉर्ड में हेराफेरी की गई. साथ ही कथित खरीद का भुगतान आपूर्तिकर्ताओं के लेटर हेड पर दिखाया गया.
आईटीबीपी को 16 लाख रुपये का हुआ नुकसान
कैंटीन के अलावा इस मामले की जांच में आगे पाया गया कि कैरोसिन ऑयल की प्राप्ति के रिकॉर्ड में भी हेराफेरी की गई, क्योंकि केरोसिन ऑयल के एक टैंकर की प्राप्ति के स्थान पर 2 टैंकरों की प्राप्ति रिकॉर्ड में दर्शाई गई थी. इसके चलते आईटीबीपी को 16 लाख रुपये की कथित हानि हुई.
सीबीआई ने कई जगहों पर की छापेमारी
सीबीआई (CBI) ने इस मामले में मुकदमा दर्ज करने के बाद बिहार के पटना, जहानाबाद और सारण स्थित ठिकानों के अलावा उत्तराखंड के देहरादून और उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में आरोपियों के घरों और दफ्तरों पर छापेमारी की. छापेमारी के दौरान बरामद सामान का आंकलन किया जा रहा है, मामले की जांच जारी है.