विवादित छवि के “मंत्री पति”के खिलाफ गैर जमानती वारंट,ऐन चुनाव से पहले पुराने मामलों के आगे आने से किसकी छवि होगी धूमिल
उत्तराखंड सरकार में बाल विकास एवं महिला कल्याण मंत्री रेखा आर्या के पति गिरधारी लाल साहू उर्फ पप्पू गिरधारी की मुसीबत बढ़ सकती है ।दरअसल अपर सत्र न्यायालय बरेली ने तीन दशक पूर्व के एक हत्याकांड में आरोपी ‘मंत्री पति’ के विरुद्ध गैरजमानती वारंट जारी किया है।
उत्तराखंड की राजनीति में कभी कांग्रेस और अब बीजेपी के करीबी पप्पू गिरधारी की छवि पूर्व से विवादित रही है।2017 में अपने एक कर्मी नरेश गंगवार की कथित किडनी चोरी मामले में वह मीडिया की सुर्खियों में रह चुके हैं।उधर वे तीन दशक पुराने बरेली में एक हत्या मामले में स्वयं को कोरोना से पीडि़त बताकर न्यायालय में पेश नहीं हुए थे,अब न्यायालय ने उनके विरुद्ध गैर जमानती वारंट जारी किया है।
बता दें कि बरेली में डीआईजी आवास के पास 11 जून 1990 की रात बरेली सिविल लाइंस में नरेश जैन और उनकी पत्नी पुष्पा जैन की नृशंस हत्या कर दी गई थी। दोहरे हत्याकांड की चश्मदीद गवाह मृत दम्पति की बेटी प्रगति जैन ने कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई थी। विवेचना में जोगीनवादा निवासी पप्पू गिरधारी, बदायूं की पूनम उर्फ सुनीता व जगदीश सरन गुप्ता, बरेली कटरा चांद खां का केवी वर्मा, रोहिलीटोला का भगवानदास, आंवला का बजरुद्दीन, भुता का नरेश कुर्मी, फतेहगंज पश्चिमी का हरपाल, शीशगढ़ का योगेश, बैसर अली समेत 11 हत्यारोपियों के नाम प्रकाश में आये थे।
इस केस की सुनवाई बरेली अदालत में चल रही थी। सूत्रों ने बताया कि इस चर्चित डबल मर्डर केस अब तक कुल 28 गवाह अपने बयान दर्ज करा चुके हैं। कोरोना लॉकडाउन के बाद खुली कचहरी में जैन दम्पति मर्डर केस में सुनवाई शुरू हुई। इस डबल मर्डर केस के आरोपी केवी वर्मा, भगवानदास व बैसर अली की मृत्यु होने की सूचना उनके परिजनों द्वारा विशेष कोर्ट में पहुंचाई गयी है।
इस प्रकरण में अपना पक्ष रखते हुए पप्पू गिरधारी ने कहा है कि यूपी हाईकोर्ट ने कोविड पीड़ित व्यक्ति को कोर्ट में पेशी से छूट प्रदान की हुई है। इसी कारण मैं कोर्ट में पेश नहीं हुआ। स्थानीय अदालत के आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील दायर की गई है। बाकी मामला कोर्ट में विचाराधीन होने के कारण मुझे इस पर ज्यादा बात नहीं करनी है।
इधर इस प्रकरण के ऐन चुनाव से पहले सिर उठाने से उत्तराखंड बीजेपी और पप्पू गिरधारी की ‘मंत्री पत्नी ‘की छवि को धक्का लग सकता है,क्योंकि विपक्ष गिरधारी के अन्य पुराने मामले भी खोद कर ला सकता है,दूसरा अगर गिरधारी सलाखों के पीछे जाते हैं तो मंत्री रेखा आर्य की चुनाव कैम्पेन पर भी फर्क पडे़गा।