मां के भव्य डोले के साथ रानीखेत में ऐतिहासिक नंदा महोत्सव का समापन,भारी बारिश पर श्रद्धा पड़ीं भारी
रानीखेत:रानीखेत में आज भव्य डोले के साथ नगर के ऐतिहासिक १३२वें नंदा देवी महोत्सव का समापन हो गया। प्रात: नित्य पूजा के बाद जरूरी बाजार स्थित नंदा देवी मंदिर से भजन कीर्तन और नगाड़े-निशान के साथ मां नंदा-सुनंदा का भव्य डोला शुरू हुआ। नंदा-सुनंदा के जयकारों और भजनों से माहौल भक्तिमय हो उठा। बेटी-बहन रूपा नंदा-सुनंदा के दर्शनों और विदा करने के लिए समूचा क्षेत्र रानीखेत पहुंचा था। जगह-जगह आरती हुई और श्रद्धालुओं ने पुष्प-अक्षत की वर्षा कर लोक में रची-बसी आराध्य देवी को नम आंखों से विदाई दी।
सांस्कृतिक शोभायात्रा में स्कूली बच्चों का उत्साह भी देखने लायक रहा। तेज बारिश के बीच तर -बतर बच्चे पूरे उत्साह से रंगारंग प्रस्तुति देने के साथ मां नंदा-सुनंदा के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे।
डोले के साथ निकली भव्य सांस्कृतिक शोभायात्रा में स्कूली बच्चों ने जहां नंदा-सुनंदा की स्तुति से माहौल में भक्तिरस घोल दिया, वहीं धार्मिक आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति के जरिए पर्वतीय अंचल की समृद्ध लोक संस्कृति भी जीवंत हो उठी। शोभायात्रा में लोकगीतों व नृत्य की धूम मची रही। संस्कृति विभाग के सौजन्य से आमंत्रित छोलिया दलों ने भी शोभायात्रा का आकर्षण बढ़ाया। यात्रा में नगर के विभिन्न स्कूलों ने प्रतिभाग किया। द्यूलीखेत, रोडवेज स्टेशन, सदर बाजार, गांधी चौक, विजय चौक होते हुए डोला वापस नंदा देवी मंदिर पहुंचा। जिसके बाद विसर्जन यात्रा कालू गधेरा पहुंची, जहां विधिवत मूर्तियों का विसर्जन किया गया। कार्यक्रम में यजमान दीपक बिष्ट नंदा देवी समिति अध्यक्ष हरीश साह, सांस्कृतिक संयोजक विमल सती, एलएम चंद्रा, किरन साह,भुवन साह,मोहिल साह दीपक पंत, पंकज साह, अगस्त लाल साह, सतीश पांडे, मुकेश साह, भुवन पपनै, पुरोहित विपिन पंत, प्रमोद कांडपाल, रामेश्वर गोयल, धीरज अग्रवाल सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
भारी बारिश पर आज श्रद्धा भारी पड़ीं ऐसा शोभायात्रा में शामिल स्कूली बच्चों और श्रद्धालुओं को देखकर परिलक्षित हुआ।पूरे उत्साह से शुरू नंदा देवी के डोले के साथ निकली शोभायात्रा जब सदर बाजार पहुंची तो तेज बारिश शुरु हो गई लेकिन स्कूली बच्चे बारिश में भी सांस्कृतिक गीतों पर झूमते नाचते रहे। बच्चों और श्रद्धालुओं का उत्साह और आस्था आज भारी बारिश पर भारी पड़ा।