अग्निकांड:व्यापारियों की सहायता के लिए जनप्रतिनिधि व विभिन्न संगठनों ने उठायी एक स्वर से मांग

ख़बर शेयर करें -

रानीखेत : मीना बाजार क्षेत्र के अग्नि प्रभावित दुकानदारों के सम्मुख रोजी रोटी का बड़ा संकट खड़ा हो गया है। शनिवार की तड़के भीषण अग्निकांड में यहां 11 दुकानें राख हो गई, जिसके चलते दुकानदारों को लाखों की क्षति हुई है। व्यापारियों की सहायता के लिए अब विभिन्न संगठन एक स्वर से आवाज उठा रहे हैं।

इधर, राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष ज्योति साह मिश्रा ने दुकानदारों से मुलाकात कर सरकार की तरफ से हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया। साह ने रविवार को प्रत्येक प्रभावित व्यवसायी से मुलाकात की। क्षेत्र प्रमुख हीरा रावत ने भी मुख्यमंत्री को पत्र भेज कर अग्निपीडि़त दुकानदारों की दयनीय आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए प्रत्येक पीडि़त को पांच -पांच लाख रुपए सहायता रूप में देने की मांग की है।

यह भी पढ़ें 👉  मानसून सीजन की पहली बारिश ने रानीखेत चिकित्सालय के सीएम एस कार्यालय को किया पानी-पानी, संयुक्त मजिस्ट्रेट ने मौके पर किया निरीक्षण (देखें वीडियो)

इधर व्यापार मंडल के पूर्व महा सचिव हर्ष वर्धन पंत व व्यापारी नेता अजय कुमार बबली ने भी पीडि़तों की मदद के लिए व्यापार मंडल को पहल करने को कहा है।उन्होंने कहा कि व्यापार मंडल को दुःख की इस घडी़ में अग्नि पीडि़तों का आर्थिक संबल बनना चाहिए।
अग्निकांड में अपना व्यापार खो चुके व्यापारियों ने कहा कि कोरोना के चलते व्यापारियों पर पहले ही मार पड़ी थी लेकिन अग्निकांड ने रही सही कसर भी पूरी कर दी है अब उनके सम्मुख रोजी रोटी का घोर संकट खड़ा हो गया है। दुकानों में सारा सामान जल चुका है। व्यापारियों का कहना है यदि इस मुश्किल वक्त में सरकार की तरफ से मुआवजा मिलता तो कुछ राहत मिल जाती।
इधर विधायक करन माहरा ने कहा कि मीना बाजार के अग्निकांड प्रभावित दुकानदारों के प्रति पूरी सहानुभूति है। कोरोनाकाल में दुकानदारों पर दोहरी मार पड़ी है। मुख्यमंत्री से इस मामले में राहत कोष से मदद की मांग की गई है। बाहर होने के कारण उनके बीच नहीं पहुंच सका। अलबत्ता कांग्रेस कार्यकर्ता उनके साथ खड़े रहे। शीघ्र ही दुकानदारों के बीच आकर उनकी आकांक्षाओं का पूरा करने का प्रयास करूंगा।