तो फिर निशंक,हर्षवर्धन की छुट्टी के मायने क्या हैं? क्या अब उत्तराखंड और दिल्ली में खेलेंगे ये दोनों?

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मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार राज्यों में आगामी विधान सभा चुनाव की रणनीतिक शुरुआत है।राज्यों में नेतृत्व की कमी के कारण बीजेपी की कमजोर पड़ती ताकत को बचाने के लिए जहां वेटिंग में रहे कुछ नेताओं को मंत्रिमंडल में स्थान देकर राज्यों का संतुलन साधने का भी प्रयास है वहीं ऐसे सासंदों को भी मंत्रिमंडल से त्यागपत्र दिला कर उनके राज्यों की ओर भेजने की योजना बनाई जा रही हैं जहां ये नेता अपना खासा प्रभाव रखने के साथ ही बडे़ चेहरों में शुमार हैं।
दर असल सबकुछ विधान सभा चुनाव को दृष्टिपथ में रखकर किया जा रहा है।

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मंत्रिमंडल के विस्तार में डाॅ.रमेश पोखरियाल निशंक,संतोष गंगवार,डाॅ.हर्षवर्धन,सदानंद गौडा़ की छुट्टी तय मानी जा रही हैं इनमें डाॅ.निशंक और डाॅ.हर्षवर्धन ऐसे हैं जिनका लाभ राज्यों में बीजेपी लेने की जुगत में है,ऐसे में डाॅ हर्षवर्धन को दिल्ली और निशंक को उत्तराखंड में सक्रिय कर बीजेपी आगे की रणनीति बनाना चाहती है,हो सकता है इन्हें सीएम चेहरा भी घोषित कर दे ऐसी संभावना है।दिल्ली में कमजोर पड़ती बीजेपी के लिए डाॅ हर्षवर्धन सहारा हो सकते हैं ,उत्तराखंड में भी जिस तरह सीएम बदले गए हैं नेतृत्व की कमी साफ दिखी है।ऐसे में आगामी दिनों में इस स्पेस को निशंक भरें ऐसा माना जा रहा हैं ।फिलवक्त तो उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से त्याग पत्र दिया है और शायद कुछ समय वो आराम करना चाहें।

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