समस्याओं को लेकर मजखाली के ग्रामीण लामबंद,दी आगामी चुनाव बहिष्कार की चेतावनी

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रानीखेत :- रानीखेत के समीपस्थ कस्बे मजखालीे की समस्याओं को लेकर अब लोग लामबंद हो रहे हैं। क्षेत्रीय ग्रामीणों ने समस्याओं का समाधान न होने की दशा में आगामी विधान सभा चुनाव के पूर्ण बहिष्कार की चेतावनी दी है। इस आशय का ज्ञापन आज ग्रामीणों ने उप जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा है।
ग्रामीणों की मांग है कि मल्ली रियूनी ग्राम सभा की वर्तमान जनगणना सही दर्शायी जाए तथा पिछले 20 सालों की विकास राशि का ‌ब्यौरा दिया जाए। उन्होंने ट्यूबवैलों के संचालन करने सहित तमाम लम्बित मांगे उपजिलाधिकारी के समक्ष रखी।ग्रामीणों का आरोप है कि मल्ली रियूनी ग्राम सभा की जनसंख्या गलत दर्शायी गई है जिसमें बड़ा घपला हुआ है ऐसी आशंका है । यह गांव राजस्व गांव नहीं है, गांव के लिए पिछले 20 वर्ष से विकास राशि का भी ब्यौरा भी नहीं दिया जा रहा है।ज्ञापन में मजखाली-सुंदरखाल-बटुलिया मोटर मार्ग का डामरीकरण और नाली ,कलमठों का निर्माण करने की मांग भी उठाई गई है। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि मजखाली में आए दिन पानी की समस्या रहती है। यहां दो ट्यूबवैल लगाए गए हैं, लेकिन उनका संचालन नहीं किया जा रहा है। ट्यूबवैल संचालित होने से काफी हद तक समस्या का समाधान हो सकता है। विद्युत अव्यवस्था को लेकर भी ग्रामीणों में भारी आक्रोश था। यहां उपजिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे ग्रामीणों ने कहा कि आए दिन अघोषित कटौती होती है। ग्रामीणों ने कटौती को अपराह्न तीन से चार बजे के बीच करने की मांग उठाई। साथ ही चेतावनी दी कि यदि शीघ्र मांगों पर गौर नहीं किया जाता तो आगामी 2022 विधानसभा चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा। ज्ञापन सौंपने वालों में सामाजिक कार्यकर्ता नारायण अधिकारी, प्रधान नीरू गोस्वामी, बीडीसी सदस्य आशा देवी, मो. कादिर, मो. नावेद, मोहित, किशन राम, पवन सिंह, मनीष अधिकारी, आनंदराम, हिम्मत सिंह, त्रिलोक सिंह, दीप चंद्र पांडे, हर सिंह, चंदन सिंह, शकुंतला अधिकारी सहित कई ग्रामीण शामिल रहे।